knn24.com/कोरबा : कई माह बाद आज कुसमुण्डा खदान में फिर से धरना और हड़ताल का सिलसिला शुरू हो गया, वजह SECL प्रबन्धन की वादा खिलाफी है। कुसमुण्डा खदान से लगे ग्राम जटराज बरकुटा के ग्रामीणों ने आज सुबह लगभग 5 बजे से सतर्कता चौक पर सैकड़ो की संख्या में धरने पर बैठ गए। ग्रामीणों का आरोप है कि सर्वे के बाद भुविस्थापितो को नॉकरी नही दी जा रही है, हर बार केवल आश्वाशन देकर घुमाया जाता है, आज स्थायी हल निकाल कर ही यहा से उठेंगे। धरने में शामिल माँ शारदा भुविस्थापित कल्याण समिति के पदाधिकारीयो ने बताया कि कुसमुण्डा खदान अब उनके गांव के मुहाने पर है अब नौकरी नही देंगे तो कब देंगे.? खदान की वजह से लोग बेघर हो रहे है। बेरोजगारो को रोजगार कराने की केवल बातें की जाती है, वास्तविक धरातल पर परिणाम शून्य है। लंबे समय से नॉकरी की मांग रही निरूपा बाई धरने पर बैठी हुई हैं,इसके अलावा पुराने खाते दार जो जमीन के बदले नॉकरी की पात्रता रखते है वे भी नामांकन भरने के बावजूद भी नॉकरी के लिए कोई प्रयास प्रबन्धन के द्वारा नही किये गए है।