knn24.com/कोरबा. कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने 18 दिसंबर को कोरबा जिला जेल में विचाराधीन बंदी राजू तिवारी की मौत की दण्डाधिकारिक जांच के निर्देश दिए हैं। डिप्टी कलेक्टर श्री बी. आर. ठाकुर को जांच अधिकारी बनाया गया है और 30 दिन के भीतर जांच पूरी कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश जारी किए गए हैं। कोरबा जेल में विचाराधीन बंदी राजू तिवारी की तबियत खराब होने पर उसे जेलगार्ड, फार्मासिस्ट और मुख्य प्रहरी द्वारा शासकीय जिला चिकित्सालय भेजा गया था। चिकित्सालय में विशेषज्ञ चिकित्सकों की निगरानी में विचाराधीन बंदी का ईलाज चल रहा था और ईलाज के दौरान 18 दिसम्बर को सुबह साढ़े पांच बजे उसकी मौत हो गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला दण्डाधिकारी ने घटना के मेजिस्ट्रीयल जांच के निर्देश दिए हैं।
जांच के दौरान विचाराधीन बंदी क्या पहले से किसी बीमारी से पीड़ित थे, बीमारी की स्थिति में कब-कब ईलाज कराया गया, बंदी किस धारा के तहत कितने समय से जेल में परिरूद्ध थे, उन्हें जेल में कोई शारीरिक यातना तो नहीं दी गई, बंदी के ईलाज के दौरान किन-किन प्रहरियों की ड्यूटी थी, ईलाज की क्या-क्या कार्रवाई की गई, चिकित्सा परीक्षण रिपोर्ट आदि बिंदुओं पर यह जांच आगामी 30 दिनों में पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं।