कोरबा के जंगलों में जुए का काला खेल! लाखों की रोज़ाना सट्टेबाज़ी से बिगड़ रहा माहौल

कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले का ग्रामीण और जंगली इलाका इन दिनों जुआड़ियों का अड्डा बन गया है। खुलेआम चल रहे जुए ने जहां क्षेत्र का सामाजिक माहौल बिगाड़ दिया है, वहीं पुलिस और प्रशासन की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े हो गए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन की चुप्पी और संरक्षण के चलते यह अवैध कारोबार दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है।

गांव-गांव में लाखों का दांव, हर घंटे होती भारी वसूली

सूत्रों के अनुसार, ग्राम गोढ़ील, जंगल, चाकामार और कोरकोमा जंगल में बड़ी मात्रा में जुआ खेले जाने की जानकारी मिली है। नाम न बताने की शर्त पर एक व्यक्ति ने बताया कि यहां प्रतिदिन लाखों रुपये का दांव लगाया जाता है।
लोकप्रिय “52 पत्ती” खेल में प्रति घंटे करीब 50 हजार रुपये की वसूली की जाती है।
इन जुआ अड्डों में न केवल स्थानीय खिलाड़ी, बल्कि बाहरी इलाकों से भी जुआरी बड़ी संख्या में पहुंचते हैं।