knn24.com/ जानकारी के अनुसार तहसील पोड़ी-उपरोड़ा के अंतर्गत ग्राम पंचायत बरतराई निवासी वृद्ध बुधराम दास पिता कनकदास के नाम से वर्ष 2018-2019 में प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत हुआ था। गांव के ही निर्मल दास पिता मंगलदास ने प्रधानमंत्री आवास को बनवा दूंगा कह कर बुधराम दास के बैंक पास बुक, आधार कार्ड आदि कागजात को अपने पास रख लिया और आवाज को आधा-अधूरा बनाकर पूरा पैसा आहरण कर लिया है। 3 वर्ष बीत जाने के बाद भी अब निर्मलदास ना तो अधूरे घर को पूरा बना रहा है और न ही बुधराम दास के आधार कार्ड, बैंक पासबुक को वापस कर रहा है। इससे परेशान होकर बुधराम दास ने कटघोरा थाना पहुंचकर लिखित शिकायत निर्मल दास के विरूद्ध दर्ज कराया है। यहां उल्लेखनीय है कि योजना के जिम्मेदार अधिकारी और रोजगार सहायक की मनमानी के कारण इस तरह के मामले अक्सर सामने आते रहते हैं। कुछेक मामलों में प्रशासन का संज्ञान कराने के बाद भी कोई जांच नहीं होती और न ही संबंधित हितग्राही को उसके आवास योजना का लाभ दिलाने के लिए किसी तरह की प्रशासनिक कार्यवाही होती है। कार्यवाही के अभाव में ग्रामीण हितग्राहियों खासकर दूरस्थ क्षेत्र में रहने वाले आदिवासियों के आवास योजना का पैसा डकारने वाले आवास मित्रों सहित उससे जुड़े अन्य लोगों के मनोबल बढ़ते ही जाते हैं और योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ने से बच नहीं पा रही। देखना है कि बुधराम दास का यह मामला सामने आने के बाद कार्यवाही किस तरह की और किस हद तक होती है? बता दें कि विकासखंड पोड़ी-उपरोड़ा के ग्राम पंचायत बरतराई में अभी भी कई प्रधानमंत्री आवास अधूरे हैं जिसकी जानकारी अधिकारियों को होते हुए भी इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।