कोरबा के आस-पास डीजल चोर काफी सक्रिय हैं। जो आएदिन चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं,ड़ीजल चोरी की घटना से केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार को काफी क्षति हो रही हैं।
जिले के दर्री थाना क्षेत्र के गोपालपुर स्थित इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड (IOCL) के टर्मिनल से डीजल और पेट्रोल लोड टैंकर रास्ते में खाली किए जा रहे हैं. दर्री थाना से महज 1 किलोमीटर की दूरी पर स्थित प्रतीक्षा बस स्टैंड में दिन दहाड़े टैंकर से डीजल निकालकर पाइप के जरिए ड्रमों में डंप किया जा रहा है।
टैंकर से दिन दहाड़े चोरी का गोरखधंधा उर्जाधानी में लंबे समय से बदस्तूर जारी है,SECL की खदानों से डीजल चोरी का एक मामला हाल ही में सामने आया था, जब ग्रामीणों ने खदान के भीतर डीजल चोरी करने जा रहे चोरों को रंगे हाथ पकड़ लिया था। लेकिन बाद में पुलिस ने बिना किसी कार्रवाई के आरोपियों को छोड़ दिया था। इसी तरह जिले के गोपालपुर स्थित इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के टर्मिनल से भी सुनियोजित तरीके से डीजल चोरी की वारदात को अंजाम दिया जा रहा है,दलालों के जरिए चलता है ये धंधा IOCL के टर्मिनल से निकलने वाले वाहन चालक दलालों के जरिए डीजल के खरीददार से संपर्क में आते हैं, अवैध डीजल के खरीदार ट्रांसपोर्ट कंपनी के मालिक से लेकर कोई भी हो सकते हैं, जो कि अवैध डीजल का कारोबार करते हैं, जिन्हें टैंकर चालक बाजार मूल्य की तुलना में आधे दाम में डीजल उपलब्ध कराते हैं, ट्रक चालक राह चलते कहीं भी अपने वाहन को खड़ा कर उससे डीजल निकालकर संबंधित दलालों के जरिए बेच रहे हैं जानकारी के मुताबिक टैंकर चालक मालिकों की आंख में धूल झोंककर रास्ते में ही बड़े पैमाने पर अवैध रूप से डीजल बेच देते हैं वाहन मालिक को भी कई बार इसकी खबर रहती है, लेकिन वह चालकों को देर से वेतन देने के साथ ही बेहद कम वेतन में काम लेते हैं इसलिए ऐसा लगता है की उनकी आपसी समझ से यह गोरखधंधा संचालित होता है।
ऐसे होता है पेट्रोल पंपों में गोलमाल जिसके कारन दोपहिया और चार पहिया वाहन चलाने वालों के मालिक को चुकाना पड़ता है भुगतान
जिस तरफ से पेट्रोल-डीजल की मात्रा को रॉड डालकर नापा जाता है, उस तरफ के पहिये में टैंकर चालक कम हवा भरते हैं. जिससे कि नापने वाले रॉड डालने पर वाहन का झुकाव वाले स्थान पर ही रॉड डाली जाती है. चक्के में हवा कम होने से वाहन झुक जाता है और उस स्थान पर डीजल की मात्रा ज्यादा रहती है. ऐसी कई तरकीब हैं, जो ट्रक चालक अपनाते हैं. एक टैंकर चालक ने यह भी बताया कि वह टैंकर में कई बार कोका-कोला जैसे कोल्ड ड्रिंक मिलाते हैं. जिसके केमिकल रिएक्शन से 50 से 100 लीटर तक डीजल टैंकर में बढ़ जाता है।