कोरबा /कटघोरा वनमण्डल के एक डिप्टी रेंजर की लाश संदिग्ध अवस्था में मिलने का मामला पुलिस से सुलझा लिया है। साइबर सेल की मदद से कटघोरा पुलिस की टीम ने अथक मेहनत कर सभी आरोपियों को धर दबोचा। प्रारम्भिक तौर पर सूत्रों के मुताबिक मृतक की दूसरी चुड़ियाहि पत्नी से उसके जीजा का अवैध संबंध इसकी मूल वजह बना। मृतक की पुत्री के मिर्गी रोग का इलाज के लिए धोखे से बुलाकर इस वारदात को कार के भीतर जहर खिलाकर अंजाम दिया गया। बिलासपुर जिले की एक युवती समेत कुल सात लोगों को इस मामले में पकड़े जानेे की खबर है। पूरे मामले का खुलासा कुछ ही देर बाद पुलिस द्वारा किया जाकर आरोपियों को सामने लाया जाएगा।बता दें कि कटघोरा के फॉरेस्ट कालोनी में निवासरत डिप्टी रेंजर कंचराम पाटले पिता पूरन पाटले 58 वर्ष की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत 13- 14 मार्च के मध्य हुई। उसकी ड्यूटी कसनिया जांच नाका में लगी हुई थी जहां 13 मार्च की रात 8 बजे से 14 मार्च की सुबह 8 बजे तक उसे कर्तव्य पर उपस्थित रहना था। कंचराम ड्यूटी के लिए घर से निकला जरूर लेकिन मौके पर नहीं पहुंचा। 13 मार्च को शाम करीब 7.30 बजे जब वह कसनिया जांच नाका पर ड्यूटी के लिए जा रहा था तभी किसी का फोन आया और करीब डेढ़ किलोमीटर दूर सुतर्रा के निकट पुराना फॉरेस्ट बेरियर के पास उसकी लाश दूसरे दिन सुबह देखी गई। उसका मोबाइल जेब से गायब था। मौके पर डॉग स्क्वायड, फॉरेंसिक एक्सपर्ट को बुलाकर प्रारंभिक जांच-पड़ताल कराई गई। परिजन प्रारम्भ से ही हत्या का संदेह जता रहे थे जो सच हुआ।