बस्तर में माओवादी 5 से 11 जून तक अपना जनपितुरी सप्ताह मना रहे हैं। इसे देखते हुए रेलवे ने किरंदुल-विशाखापट्टनम रेल मार्ग पर किरंदुल से जगदलपुर के बीच पैसेंजर ट्रेनों की आवाजाही 12 जून तक बंद कर दी है। हालांकि, बैलाडीला (किरंदुल-बचेली) NMDC से कच्चा लोहा लेकर विशाखापट्टनम जाने वाली मालगाड़ियों की आवाजाही बरकरार रहेगी। जगदलपुर से किरंदुल के बीच मालगाड़ियों की रफ्तार धीमी रखने के निर्देश दिए गए हैं।
दरअसल, किरंदुल-विशाखापट्टनम रेलवे मार्ग पर दंतेवाड़ा के झिरका और बासनपुर के जंगल में माओवादी अक्सर रेलवे ट्रैक को उखाड़कर वारदात को अंजाम देते हैं। माओवादियों के जनपितुरी सप्ताह को देखते हुए विशाखापट्टनम से किरंदुल और किरंदुल से विशाखापट्टनम जाने वाली दोनों पैसेंजर ट्रेनों का स्टॉपेज जगदलपुर तक ही होगा7 ऐसे में अब यात्रियों को एक बार फिर परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
जनवरी महीने में 7 दिन और फरवरी में सिर्फ एक दिन ट्रेन नहीं चली।
नक्सली बंद की वजह से 10 मार्च से 15 मार्च के बीच ट्रेनों का परिचालन बंद रहा। वहीं इसी महीने 23 मार्च से 29 मार्च तक नक्सलियों के साम्राज्यवाद विरोधी सप्ताह के तहत किरंदुल तक ट्रेनें नहीं पहुंची।
25 अप्रैल को माओवादियों ने दंडकारण्य बंद का आह्वान किया था। जिसके चलते 23 अप्रैल से 26 अप्रैल तक यात्री ट्रेनें नहीं चली। फिर 28 अप्रैल से 6 मई के बीच ब्रिज के मेंटेंसन कार्य को लेकर ट्रेनों का परिचालन रोक दिया गया।
अब 5 जून से 12 जून तक नक्सलियों के जनपितुरी सप्ताह को देखते हुए ट्रेनों का परिचालन बंद कर दिया गया है











