knn24.com/ छत्तीसगढ़ के दुर्ग में मंगलवार को गोल्ड लोन कंपनी मणप्पुरम में लूट का प्रयास किया गया। ब्रांच में घुसे दो बदमाशों ने कर्मचारियों के गले पर चाकू रख दिया और उनको थप्पड़ मारे। हालांकि लॉकर की चाबी नहीं मिलने और बार-बार मोबाइल बजने से बदमाश भाग निकले। खास बात यह है कि बदमाश कह रहे थे कि उनको कोरोना हो गया है और इलाज के लिए 5 लाख रुपयों की जरूरत है।

जानकारी के मुताबिक, दुर्ग कोतवाली क्षेत्र में महाराजा चौक के पास मणप्पुरम गोल्ड लोन कंपनी की ब्रांच है। मंगलवार सुबह करीब 9.30 बजे एक आदमी कस्टमर बनकर आया और ब्याज जमा करने की बात कही। उसके पास रसीद नहीं थी। उससे नाम और मोबाइल नंबर पूछा तो युवक ने अपना नाम वैभव बताया। उसके नाम और नंबर से मिलान कर बताया कि उसका ब्रांच में एकाउंट नहीं है।

एक ने हेलमेट पहना था, दूसरा दरवाजे के पास खड़ा रहा
इसके बाद वह बाहर चला गया। उसके जाने के बाद 13-14 साल का एक लड़का आया और कहा कि ब्याज चुकाना है। जैसे ही गेट खोला तो पहले वाला कस्टमर दौड़कर धक्का मारते हुए अंदर घुस आया। इस दौरान एक आदमी गेट के पास खड़ा था। हेलमेट लगाए दूसरे युवक ने चाकू दिखाकर सभी को साइड में खड़ा करा दिया। इसके बाद सहायक हेड गीता वासनिक व जूनियर स्टाफ सावित्री मन्ना के गले पर चाकू रख दिया।

दोनों बदमाशों को एक लाख रुपए लाने का झांसा देकर नीचे भेजा
इस दौरान सावित्री मन्ना को 3-4 थप्पड़ भी गाल पर मारे। बदमाशों ने कहा, 5 लाख रुपए की जरूरत है। पैसा चाहिए, काेराेना हो गया है, इलाज कराना है। इसके बाद लॉकर खोलने के लिए कहा। गीता वासनिक ने ब्रांच हेड के नीचे होने और चाबी उनके पास होने की बात बताई। साथ ही कहा कि कैमरे में उनकी फोटो आ गई है। आप लोग नीचे जाएं, मैं एक लाख रुपए लेकर आ रही हूं।

बदमाशों के नीचे जाने पर अलार्म बजाया तो आई पुलिस
इस पर बदमाश नीचे चले गए। उनके जाते ही ब्रांच में लगे अलार्म को बजा दिया गया। इसके चलते रीजनल मैनेजर को भी डकैती की सूचना मिली और पुलिस को भी। थोड़ी देर में पुलिस मौके पर पहुंच गई, लेकिन तब तक बदमाश भाग निकले थे। गीता वासनिक ने पुलिस को बताया कि बदमाश गोल्ड और कैश लूटना चाहते थे। घटना के एक दिन बाद बुधवार को FIR दर्ज कराई गई है।