कोरबा/बालको: कोरोना वायरस का बढ़ता संक्रमण को देखते हुए कई जिलों में छत्तीसगढ़ शासन ने लॉकडाउन लगाने के लिए जिलों के कलेक्टरो को जवाबदारी दी थी,अगर उनके जिलों में कोरोना वायरस संक्रमण के मरीज़ ज्यादा पाये जाते है तो अपने-अपने जिलों में अपने-अपने तरीके से उनके द्वारा लॉकडाउन लगाया जा शकता है।

इसी तरहा कोरबा जिला में कोरोना वायरस का संक्रमण को देखते हुए जिला कोरबा कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने संपूर्ण लॉकडाउन का निर्णय लिया जो की 22 सितंबर 2020 से 2 अक्टूबर 2020 तक किया गया है।

लेकिन कोरबा जिला में स्थित बालको भारत अल्युमिनियम कंपनी लिमिटेड के प्रबंधन द्वारा जिला कलेक्टर के आदेशों का खुलेआम उल्लंघन किया जा रहा है, इस सम्पूर्ण लॉकडाउन में जिला कलेक्टर ने सब से अपील भी की थी कि आम जनता, व्यापारी वर्ग एवं उद्योग संस्थान सब सरकार के दिए हुए निर्देश का पालन करें लेकिन कोरबा जिलाधीश के द्वारा किए गए संपूर्ण लॉकडाउन के आदेश को बालको प्रबंधन द्वारा उलंघन किया जा रहा है,जिला कलेक्टर द्वारा जो आदेश जारी किया गया था उसमें साफ तौर पर लिखा है कि जितने भी उद्योग संस्थान हैं वह अपने कर्मचारियों को अपने कैंपस के अंदर रखकर ही कार्य करा सकते हैं लेकिन बालको ने किसी की नहीं सुनी।
इस भीड़ को देखकर ऐसा लगता है कि करोना के संक्रमण खाली आम व्यापारी,आम जनता के लिए खतरनाक है बालको प्रबंधन एवं बालको के अधिकारी के लिए नहीं है और कर्मचारियों को कोरोना वायरस की भेट चढाने को तैयार है,आपको बता दूं की लगभग 100 से ज्यादा बालको से पॉजीटिव केस मिले थे।

अब यहा बताना उचित होगा की जिला कलेक्टर एवं जिला पुलिस अधीक्षक के दुआर कोरबा वासियों को कोरोना के संक्रमण से बचाने के लिये लगातार दिन और रात मेहनत उनके द्वारा किया जा रहा है और ऐसे में बालको प्रबंधन के द्वारा घोर लापरवाही की जा रही है।