कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक 13 साल की बच्ची के पिता ने उसके साथ हुए कथित गैंगरेप के खिलाफ केस दर्ज कराया था और इसके दो दिनों के बाद ही बुधवार सुबह एक अस्पताल के बाहर पिता की सड़क हादसे में मौत हो गई है. पीड़िता को मेडिकल चेकअप के लिए अस्पताल ले जाया गया था. इस मामले में उसके ही गांव के तीन लोगों का नाम लिया गया है.

मामले में दो आरोपी- दीपू यादव और सौरभ यादव के पिता यूपी पुलिस में सब-इंस्पेक्टर हैं और कानपुर से लगभग 100 किलोमीटर दूर कन्नौज जिले में तैनात हैं. मामले में एक तीसरे आरोपी गोलू यादव को गिरफ्तार किया जा चुका है. हालांकि, पीड़िता के परिवार ने पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं. परिवार का कहना है कि आरोपी का परिवार उन्हें केस फाइल किए जाने के बाद से ही धमका रहा था और पुलिस की भूमिका मामले में ‘मिली-जुली है’.

पीड़िता के दादा ने आज सुबह पत्रकारों के सामने आरोप लगाया कि ‘मेरे बेटे की हत्या की गई है….पुलिस की इन लोगों से सांठ-गांठ है.’ मंगलवार को पीड़िता के परिवार के अन्य सदस्य ने भी पत्रकारों को बताया था कि उन्हें धमकियां मिल रही हैं. एक सदस्य ने बताया, ‘जैसे ही हमने केस फाइल किया, आरोपी का बड़ा भाई हमें धमकियां देने लगा. कह रहा था कि सावधान रहो मेरे पापा सब-इंस्पेक्टर हैं.’

मामले को तूल मिलने पर कानपुर के डीएम डॉक्टर आलोक तिवारी ने एक वीडियो जारी कर बयान दिया है और कहा है कि दोनों मामलों की विवेचना की जा रही है. उन्होंने कहा, ‘पूरा प्रशासन पीड़िता के परिवार के साथ है. मुख्यमंत्री जी की ओर से मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से पीड़िता के परिवार को पांच लाख का मुआवजा देने की घोषणा की गई है. दोनों ही मामलों की कड़ी विवेचना की जा रही है. मामले में अभियुक्तों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.’