knn24.com/कोरबा। कोयला अधिकारियों का परिवर्तनशील महंगाइ भत्ता (वीडीए) रोकने के बाद कर्मचारियों के भी वीडीए रोकने का संशय था। प्रबंधन ने पत्र लिख कर कोयला मंत्रालय से गाइड लाइन भी मांगी थी। विरोध शुरू होने के बाद आखिरकार प्रबंधन ने सर्कुलर जारी कर 2.8 फीसदी वीडीए कर्मचारियों को देने की बात कही है।
एसईसीएल समेत अन्य कोल इंडिया की आनुषांगिक कंपनी में कार्यरत कर्मियों को वीडीए प्रदान किया जाता है। महंगाइ भत्ता परिवर्तनशील रहता है और प्रत्येक तीन माह में इसमें बदलाव किया जाता है। वर्तमान में 23.3 फीसदी महंगाइ भत्ता दिया जा रहा है। इसमें 2.8 फीसदी की बढ़ोत्तरी होनी है। बताया जा रहा है कि कोल इंडिया अब इसे रोकने की कवायद में जुट गया है। इसका प्रस्ताव तैयार हो चुका है, पर अभी स्वीकृति नहीं मिल पाई है। इसलिए प्रबंधन ने फिलहाल अस्थाइ रोक लगा दी। इससे कर्मचारियों के मध्य भ्रम की स्थिति बन गई है।
कोल इंडिया की महाप्रबंधक तृप्ति पराग शा ने सर्कुलर जारी कर अधिकारियों के वीडीए फ्रिज करने कहा,पर कर्मचारियो के संबंध में स्पष्ट रूप से कुछ नहीं कहा। इधर श्रमिक संघ सीटू ने आंदोलन का रास्ता अख्तियार कर लिया। सर्कुलर जारी नहीं होने से कर्मियो में भी नाराजगी बनी रही। भ्रम की स्थिति को दूर करने बीएमएस, सीटू समेत अन्य श्रमिक संघ ने प्रबंधन को पत्र लिख कर भुगतान का आदेश जारी करने का प्रस्ताव रखा।