knn24.com/कोरबा : एसईसीएल ने कोयला खदान और आवासी परिसर स्थापित करने की लिए सरकार से लीज में हजारो एकड़ जमीन लिया है। जमीनों का उचित ढंग से रख-रखाव नहीं किया जा रहा है। इस प्रकार सरकार की लीज की जमीन पर कब्जा कर रहे है। आलम यह है कि एसईसीएल मानिकपुर पोखरी पहाड़ को काटकर लोग अतिक्रमण कर रहे है। अतिक्रमण की जमीन पर मकान का निर्माण धड़ल्ले से किया जा रहा है. इसके अलावा एसईसीएल के ग्रीन बेल्ट के पेड़ो को काटकर लोग मकान बना रहे है। सरकारी जमीन पर गैर कोयलाकर्मी के अलावा कोयलाकर्मी भी शामिल है। कोयलाकर्मी अपने मकान के रिक्त जमीन पर मकान भी बना रहे है। जमीनों का खरीद फरोख्त, मानिकपुर, एसबीएस सुभाष ब्लाक, पंप हाउस, पंद्रह ब्लाक कॉलोनियों में किया जा रहा है, इस अतिक्रमण में एसईसीएल के अधिकारी और सुरक्षा विभाग के कर्मी शामिल है। लीज जमीन की अवधि समाप्त होने के बाद एसईसीएल को शासन को अतिक्रमण हटाकर प्रदान करना होगा, इस वक्त एसईसीएल को कब्ज़ा हटाने में काफी मशक्कत करना पड़ेगा। सूत्रों ने बताया है कि अखंड मध्य प्रदेश सरकार ने वर्ष 1954 में एनसीडीसी (एसईसीएल) को कोयला खदान खोलने और आवासीय परिसर निर्माण के लिए लीज पर जमीन दिया था, इस जमीन पर एसईसीएल ने समुचित सुरक्षा हेतु पहल नहीं किया, इसका फायदा उठाकर अतिक्रमणो ने सरकारी जमीन पर कब्ज़ा कर ली है, चूंकि जमीन लीज पर है इसकी वजह से जिला प्रशासन हस्तक्षेप नहीं कर रही है।