KNN24.COM/ हरियाणा के गृह मंत्री (स्वास्थ्य मंत्रालय का भी पोर्टफोलियो) अनिल विज कोवैक्सिन के तीसरे फेज के ट्रायल्स में शामिल होने के 15 दिन बाद ही कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं। शनिवार को सोशल मीडिया पर उन्होंने खुद इसकी जानकारी दी। यह भी कहा कि जो लोग मेरे संपर्क में आए हैं, वे भी कोरोना टेस्ट करवा लें।
यह वैक्सीन हैदराबाद की कंपनी भारत बायोटेक और इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने मिलकर बनाया है। इसके साथ ही इस समय देशभर में 25 जगहों पर अंतिम फेज के क्लिनिकल ट्रायल्स चल रहे हैं।
इससे पहले मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा भी शुक्रवार को वैक्सीन का पहला डोज लगवाने के लिए भोपाल में ट्रायल साइट पर पहुंचे थे। पर डॉक्टरों ने गाइडलाइन का हवाला देकर उन्हें वैक्सीन लगाने से मना कर दिया। दरअसल, उन्हें और उनके परिवार के सदस्यों को पहले ही कोरोना हो चुका है। इस आधार पर उन्हें वॉलंटियर बनने के लिए निर्धारित गाइडलाइन के अनुसार अयोग्य करार दिया गया।
विज के इंफेक्ट होने के बाद कई तरह की बातें हो रही हैं। यह कैसे हो गया? जिन लोगों ने ट्रायल्स में वैक्सीन लगवाया है, उनकी सरकार निगरानी कैसे करती है? इसकी प्रक्रिया क्या होती है? ऐसे ही और भी सवाल…