knn24news/ कोरबा। वर्ष 2020 में कोरोना संक्रमण की वजह से किये गए लॉकडाउन और साप्ताहिक बाजारों को बंद करने के साथ वैकल्पिक व्यवस्था शुरू की गई थी। तब से ऐसे ही काम चल रहा था। मौजूदा 31 मई तक के लॉकडाउन के अंतर्गत जारी अनलॉक की प्रक्रिया के अंतर्गत साप्ताहिक बाजारों पर मेहरबानी की गई है। इतवारी बाजार में एक वर्ष के बाद गुरुवार को दुकानें लगीं लेकिन कारोबारियों और आम लोगों की उपस्थिति कम रही।
यहां पर सप्ताह में रविवार और गुरुवार को बाजार लगता है। आज जब यहां बाजार लगने की सूचना आम हुई तो लोगों को एकबारगी विश्वास ही नहीं हुआ। लोगों ने अपने-अपने स्तर पर इसकी पुष्टि की। मालूम चला कि इतवारी बाजार में दुकानें तो लगीं हैं लेकिन उनकी संख्या कम है। इसमें अधिकांश सब्जी वाले नजर आए। इसके अलावा कुछ और श्रेणी की दुकानें भी यहां लगीं। अपनी जरूरत का सामान खरीदने के लिए लोग कम संख्या में यहां पहुंचते दिखाई दिए। पूछताछ करने पर मालूम चला कि यह सब कोरोना संक्रमण और उससे जुड़े असर का नतीजा है। कोई भी अनावश्यक जोखम लेने के मूड में नहीं है। इसलिए कारोबारी और लोग भी कम संख्या में आ रहे हैं। वैसे भी सब्जियों की खपत गली-मोहल्लों में घूमकर स्थानीय उत्पादक कर रहे हैं। इससे लोगों की मांग आसानी से पूरी हो रही है और उन्हें आसानी से ताजी सब्जियां प्राप्त हो रही है।
