
कोरबा- जनता के पैसों का दुरूपयोग और कमीशनखोरी की भेंट बल्गी रोड व पुल चढ़ गई। वर्ष 2015 में तात्कालीन सांसद, महापौर, और विधायक ने इस रोड़ का लोकार्पण किया था। लेकिन सर्फ कुछ साल बाद सड़क के नाम पर कच्ची पगडंडी और पुल के अवशेष बचे है। हां निर्माण के संबंध में एक शिलालेख भी यहां पर मौजूद हैं जो बताता हैं कि कुछ समय पहले यहा सड़क भी हुआ करती थी।
सड़क क्षेत्र के विकास का परिचायक होती है। सड़क से ही क्षेत्र की समृद्धि को आंका जाता है। लेकिन जिस तरह की सड़क बल्गी में हैं उससे साफ तौर पर आने जाने वालों की पीड़ा को समझा जा सकता है। बल्गी क्षेत्र में ज्यादातर कोलकर्मी निवास करते है। ये वहीे कर्मी हैं जो एसईसीएल के लक्ष्य को पूरा करते है। लेकिन उनकी मांग को पूरा कौन करेगा ये सवाल अब भी खड़ा हुआ है।
ये पहली ऐसी सड़क नहीं जिसका ये हाल निर्माण के कुछ समय बाद हुआ हो। कमोवेश शहर की सभी सड़क ऐसे ही है। जिनका निर्माण आज हुआ हैं और 2 साल बाद फिर इसी सड़क को बनाने का प्रस्ताव दिया जाएगा। कमीशन के फेर में ये खेल सालों से खेला जा रहा है। लेकिन कार्रवाई करने वाला कोई नहीं है।