
गौरतलब है कि जिले में लगातार हो रहे बारिश के कारण
मिनीमाता बांगो बांध मांचाडोली एवं हसदेव बराज दर्री से नदी में पानी प्रवाहित किया जा रहा है। वर्तमान में बांगो बांध के 04 गेट से पानी नदी में छोड़ा जा रहा है।
कार्यपालन अभियंता मिनीमाता बांगो बांगों बांध संभाग क्र. 3 माचाडोली ने सर्व साधारण एवं कार्य संबंधितों से बांध से नीचे एवं हसदेव नदी के किनारे, बाढ़ क्षेत्र में स्थापित चल-अचल सम्पत्ति सुरक्षित स्थानों पर ले जाने का आग्रह किया है। साथ ही बाढ़ क्षेत्र में स्थापित खनिज खदान ठेकेदार, औद्योगिक इकाईयां, संस्थानों आदि को भी सूचित किया गया है कि वे अपनी परिसम्पत्तियों को बाढ़ क्षेत्र से बाहर निकालना सुनिश्चित कर लें। अकस्मात बाढ़ से होने वाली किसी भी प्रकार की क्षति के लिए जल संसाधन विभाग उत्तरदायी नहीं होगा। कार्यपालन अभियंता मिनीमाता बांगो बांध एवं हसदेव बराज जल प्रबंध संभाग को बाढ़ क्षेत्र में आने वाले गांवों में बाढ़ चेतावनी की मुनादी करवाने की अपील की गई है।
बाढ़ क्षेत्र में आने वाले संभावित गांवो में बांगो, चर्रा, पोड़ीउपरोड़ा, कोनकोना, लेपरा, टुनियाकछार, पाथा, गाड़ाघाट, छिनमेर, कछार, कल्मीपारा, सिलयारीपारा, जुनापारा, तिलाईडांड, डुगुपारा, टुंगुमाड़ा, छिर्रापारा, मछलीबाटा, कोरियाघाट, धनगांव, डोंगाघाट, नरमदा, औराकछार, सोनगुड़ा, जेल गांव, झाबू, नवांगांव, तिलसाभाटा, लोतलोता, स्याहीमुड़ी, कोडा, हथमार, झोरा, सिरकीकला आदि शामिल हैं।