नई दिल्ली। दिल्ली में छत्तीसगढ़ कांग्रेस के विधायकों के जमावड़े पर प्रदेश में सियासी पारा चढ़ा हुआ है. तरह-तरह के लगाए जा रहे कयासों के बीच विधायकों के साथ दिल्ली पहुंचे मनेंद्रगढ़ विधायक डॉ. विनय जायसवाल ने स्थिति को स्पष्ट करते हुए कहा कि तमाम विधायक अपने निजी कार्यों की वजह से पहुंचे हैं.मनेंद्रगढ़ विधायक डॉ. विनय जायसवाल ने मीडिया से चर्चा में कहा कि जितने भी 25-26 विधायक छत्तीसगढ़ से आए हुए हैं, निजी कार्य से आए हुए हैं. इन विधायकों का शक्ति प्रदर्शन करने या दबाव की राजनीतिक करने का कोई इरादा नहीं है. ढाई-ढाई साल के फार्मूले की बात या दो मुख्यमंत्री की बात या तो भारतीय जनता पार्टी के लोग कर रहे हैं, या मीडिया के जरिए सुनाई देता है. आलाकमान ने या सरकार गठन के समय विधायक दल की बैठक में यह बात कभी भी नहीं आई. न ही हमारे किसी नेता ने कहा है.
कांग्रेस विधायक ने कहा कि हमारा प्रदेश धान का कटोरा है. कृषि आधारित अर्थव्यवस्था है. पहली बार किसान नेता, ओबीसी नेता भूपेश बघेल ने काम किया है. जिस प्रकार से आदिवासियों की जमीन को भारतीय जनता पार्टी के समय उद्योगपतियों ने कब्जा कर लिया था, उसे देने का काम किया है. किसानों का दस हजार करोड़ का कर्ज माफ किया है. 2500 रुपए समर्थन मूल्य देने, खेतीहर मजदूर को 6 हजार रुपए साल का देने का काम किया है. इससे किसान हितैषी, आदिवासी हितैषी, छत्तीसगढ़ियापन आया है, उससे भाजपा भयभीत है, और बार-बार इस तरह से बात करते हैं.