बिलासपुर के कानन पेंडारी जूलॉजिकल पार्क में वन्य प्राणी दिवस से ठीक एक दिन पहले बुधवार को ‘रजनी’ नाम की बाघिन की मौत हो गई। उसे आठ माह पहले अचानकमार टाइगर रिजर्व से रेस्क्यू कर लाया गया था। तब से यहां उसका इलाज चल रहा था। उपचार में आठ लाख रुपए खर्च करने के बाद भी प्रबंधन उसे नहीं बचा पाए। कानन पेंडारी जूलॉजिकल पार्क में 18 दिन के भीतर तीसरे वन्य प्राणी की मौत हुई है। इससे पहले 12 फरवरी को गर्भवती मादा हिप्पो और चार दिन पहले भालू की मौत हो गई थी।
अचानकमार टाइगर रिजर्व के छपरवा सांभर धसान सर्किल के बरमान नालाल के रूम नंबर 356 RF में 8 जून 2021 को बाघिन घायल अवस्था में मिली थी। उसे रेस्क्यू कर कानन पेंडारी जूलॉजिकल पार्क में रखा गया था और उसका इलाज किया जा रहा था। उसके कंधे में गहरा जख्म लगा था और पूंछ में भी चोट आई थी। बाघिन अपने पैरों पर ठीक से खड़ी नहीं हो पा रही थी। ऐसे में पिछले 8 माह से उसके कानन पेंडारी के पशु चिकित्सालय में रखा गया था।
