एक माह पहले तक जिले के काेविड अस्पतालाें में ऑक्सीजन बेड के लिए जाे मारामारी थी वह अब काेराेना संक्रमण घटते ही सामान्य हाे गई है। ऐसी स्थिति 2 हफ्ते के भीतर हुई है। क्याेंकि इस दाैरान जिले में प्रतिदिन मिलने वाले संक्रमिताें की संख्या 13 साै से घटना करीब 3 साै पहुंच गई है। अब पहले की तुलना में कम मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं।
जिससे बुधवार की स्थिति में जिले के 9 काेविड अस्पतालाें में उपलब्ध 1420 बेड में 913 खाली है। जाे करीब 65 फीसदी है। वहीं 459 ऑक्सीजन बेड में 35 फीसदी अर्थात 170 बेड खाली है। जबकि 88 प्रतिशत नाॅन ऑक्सीजन बेड रिक्त है। डाॅक्टराें की माने ताे ऐसा केस कम हाेने से हुआ है। लेकिन दूसरी ओर समाज सेवी संस्थाओ की ओर से दी जा रही नि:शुल्क ऑक्सीजन सिलेंडर सेवा की मदद जारी है। जिससे साफ है कि हाेम आईसाेलेशन में ज्यादातर मरीज अस्पतालाें में भर्ती के बजाए घर पर ऑक्सीजन सिलेंडर लगवाकर इलाज करवा रहे हैं। दूसरी ओर डाॅक्टराें की निगरानी में भी है। लेकिन चिंता की बात यह है कि काेविड अस्पतालाें में आईसीयू, एचडीयू बेड समेत वेंटिलेंटर अब भी गंभीर मरीजाें से फुल चल रहे हैं। बताया जाता है कि हाेम आईसाेलेशन में रह रहे मरीज ऑक्सीजन लेवल कम हाेने से गंभीर हाेकर लगातार भर्ती हाे रहे हैं।
