कोरबा कलेक्टर विवाद में नया मोड़ : टोल प्लाज़ा साझेदारी से जुड़े रहस्य पर सस्पेंस गहराया

कोरबा,16 अक्टूबर। कोरबा कलेक्टर अजीत वसंत को हटाने की मांग को लेकर पूर्व गृह मंत्री ननकीराम कंवर द्वारा की गई शिकायत अब रहस्यमयी मोड़ लेती जा रही है। जांच समिति की रिपोर्ट आने से पहले ही ऐसे तथ्य सामने आ रहे हैं, जो पूरे घटनाक्रम को और पेचीदा बना रहे हैं।

सूत्रों का दावा है कि शिकायत के अहम बिंदु में शामिल प्रेमचंद पांडेय पर रायपुर पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 174 के तहत मामला दर्ज किया है। मामला भले ही अहस्तक्षेपीय अपराध का हो, लेकिन कोर्ट ने इसे गंभीर मानते हुए 11 नवंबर को सुनवाई की तारीख तय कर दी है।

कहानी यहीं खत्म नहीं होती। पांडेय पर आरोप है कि उसने मदनपुर टोल प्लाज़ा में हिस्सेदारी को लेकर एक फर्म के साथ ₹96 लाख 90 हजार रुपये का लेनदेन किया, और फिर विवाद के दौरान परिवादी को जान से मारने की धमकी तक दे डाली।

सबसे बड़ा सवाल यह है कि मार्च 2024 में जब पांडेय, ननकीराम कंवर के साथ कलेक्टर से मिला था, तभी विवाद की चिंगारी क्यों भड़की? प्रशासनिक गलियारों में चर्चा है कि मुलाकात के दौरान टोल प्लाज़ा से जुड़े मसले पर कलेक्टर से दबाव बनाने की कोशिश हुई, लेकिन कलेक्टर ने झुकने से इंकार कर दिया। यहीं से मतभेद खुलकर सामने आने लगे।

ननकीराम कंवर पहले ही मुख्यमंत्री को 14 बिंदुओं वाली शिकायत भेजकर कलेक्टर को हटाने की मांग कर चुके हैं। यहां तक कि मुख्यमंत्री निवास के सामने धरने की चेतावनी भी दी थी, जिसे बाद में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण देव के हस्तक्षेप से स्थगित करना पड़ा।