कोरबा: जिले में हो रही लगातार भारी बारिश के कारण तान नदी अपने उफान पर आ गई है। इस बारिश से न सिर्फ जनजीवन प्रभावित हुआ है, बल्कि तान नदी के बढ़ते जलस्तर ने एक खतरनाक स्थिति उत्पन्न कर दी है। इसी बीच, बांगो थाना क्षेत्र के लेपरा गांव से एक बड़ी घटना सामने आई है, जहां दो मछुआरे नदी में मछली पकड़ते समय अचानक बढ़े जलस्तर के कारण बीच नदी में फंस गए।
घटना के अनुसार, भारी बारिश के चलते तान नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ा और देखते ही देखते नदी में तेज बहाव शुरू हो गया। इसी दौरान, दो मछुआरे जो नदी में मछली पकड़ने के लिए गए थे, वे अचानक बढ़े पानी के कारण बीच नदी में फंस गए। स्थानीय ग्रामीणों ने जैसे ही इस घटना को देखा, उन्होंने तुरंत एक मछुआरे को बचा लिया, लेकिन दूसरे मछुआरे को निकालने में कठिनाई होने लगी।
मछुआरे की जान को खतरे में देख, ग्रामीणों ने तुरंत बांगो पुलिस को इसकी सूचना दी। सूचना मिलते ही बांगो थाना प्रभारी अपने दल-बल के साथ मौके पर पहुंच गए और स्थिति का जायजा लिया। पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। इस दौरान, नदी का बहाव इतना तेज था कि एक पुलिसकर्मी भी पानी में बहने से बाल-बाल बचा।
काफी मशक्कत और ग्रामीणों के सहयोग से पुलिस ने आखिरकार दूसरे मछुआरे को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। इस सफल रेस्क्यू ऑपरेशन में पुलिस और ग्रामीणों की त्वरित कार्रवाई ने एक बड़ी अनहोनी को टाल दिया।
घटना के बाद, दोनों मछुआरों को प्राथमिक चिकित्सा दी गई और उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। पुलिस और प्रशासन ने भारी बारिश और बाढ़ की स्थिति को देखते हुए लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।
बांगो थाना क्षेत्र के लेपरा गांव में हुई इस घटना ने एक बार फिर यह साबित किया कि कठिन परिस्थितियों में स्थानीय लोग और पुलिस के बीच तालमेल और सहयोग से बड़ी आपदाओं को टाला जा सकता है। प्रशासन ने गांव के लोगों को सावधानी बरतने और नदी या नहर के किनारे न जाने की सलाह दी है, खासकर तब जब बारिश की वजह से पानी का बहाव तेज हो।
इस पूरे घटनाक्रम ने कोरबा जिले में मौसमी आपदाओं के प्रति जागरूकता और तत्परता की आवश्यकता को फिर से रेखांकित किया है। पुलिस और ग्रामीणों के साहसिक प्रयास ने इस घटना में जीवन की सुरक्षा सुनिश्चित की, जो कि एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।