कोरबा में सड़क हादसों पर लगाम: 11 महीनों में 1596 शराबी चालक पकड़े गए, पुलिस ने वसूले 1.91 करोड़ रुपए जुर्माना

कोरबा। जिले में बढ़ते सड़क हादसों को रोकने के लिए पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी के निर्देश पर यातायात पुलिस लगातार सड़कों पर मुस्तैदी से काम कर रही है। ब्लैक स्पॉट की पहचान, सड़कों पर नियमित पेट्रोलिंग और शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई ने हादसों के ग्राफ में उल्लेखनीय कमी दर्ज कराई है।

पिछले 11 महीनों में यातायात पुलिस ने 1596 शराबी चालकों को पकड़ा है और उनसे कुल 1 करोड़ 91 लाख 9 हजार 600 रुपए का भारी-भरकम जुर्माना वसूला है। शराब के नशे में गाड़ी चलाना जिले में कई गंभीर दुर्घटनाओं का कारण रहा है, जिसे रोकने के लिए पुलिस विशेष अभियान चला रही है।

भारी वाहनों के दबाव से बढ़ रहा खतरा

कोरबा एक औद्योगिक नगरी होने के कारण शहर और आउटर एरिया में ट्रेलर और भारी वाहनों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इनकी तेज रफ्तार और लापरवाही से दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ता जा रहा है। हालांकि पुलिस की सख्ती का असर यह हुआ है कि पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष सड़क हादसों के मामलों में गिरावट आई है।

टीम दिन-रात सक्रिय

एसपी के निर्देश पर यातायात एएसआई मनोज राठौर, ईश्वरी लहरे, प्रधान आरक्षक संतोष सिंह और उनकी टीम लगातार शहर और आउटर में चेकिंग अभियान चलाते हुए शराबी चालकों पर कड़ी निगरानी रख रही है।

ब्लैक स्पॉट्स पर विशेष फोकस

जिले में चिन्हांकित ब्लैक स्पॉट्स पर पुलिस टीम तैनात की जा रही है और वहां दुर्घटनाओं को रोकने के लिए विशेष उपाय लागू किए जा रहे हैं। पुलिस का कहना है कि अधिकतर हादसे शराब के नशे में बेतरतीब वाहन चलाने की वजह से होते हैं, इसलिए इस पर कार्रवाई तेज की गई है।

हादसों को रोकने के लिए सख्त कदम जारी

यातायात पुलिस का स्पष्ट संदेश है कि सड़क सुरक्षा से समझौता नहीं किया जाएगा। इसलिए शराबी चालकों पर कार्रवाई आगे भी ऐसी ही जारी रहेगी, ताकि जिले में सड़क हादसों को न्यूनतम किया जा सके।