knn24news/ कोरबा, कोरोनाकाल में गुपचुप शादी रचाने वाले दंपतियों को अब विवाह पंजीयन कराने में परेशानी हो सकती है। नव विवाहित दंपतियों को शासन के नियमों के अनुसार विवाह पंजीयन कराना होता है।
नवयुगलों के लिए नगर निगम कोरबा ने नियम जारी किया है कि पंजीयन की अर्जी के साथ विवाह कार्यक्रम के लिए जिला प्रशासन से ली गई अनुमति का प्रमाण भी देना होगा। दरअसल कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए नगर निगम ने यह कवायद की है।
विवाह के बाद पंजीयन के लिए शासन से निर्धारित नियमों के अनुसार तीन प्रमुख दस्तावेज प्रस्तुत करने होते हैं। इनमें वर व वधु समेत दोनों पक्ष से शपथ पत्र, आधार पहचान पत्र, दोनों के पासपोर्ट आकार की दो फोटो और कक्षा दसवीं की अंक सूची का मूल प्रमाण पत्र दिखाना होता है।
मार्च 2020 से लेकर इस साल मई के बीच कोरोना संक्रमण को देखते हुए घोषित किए गए लाकडाउन में कुछ समय के लिए मांगलिक कार्यक्रमों पर पाबंदी रही। उसके बाद छूट देते हुए प्रशासन की अनुमति से ही शादी-ब्याह करने की सहूलियत दी गई। कोविड-19 की रोकथाम के लिए शासन-प्रशासन से निर्धारित गाइडलाइन में वर व वधु पक्ष से शामिल होने वाले मेहमानों की संख्या निर्धारित की गई थी।










