knn24news/ जांजगीर-चाम्पा। प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना के तहत बनने वाली टी 5 बलौदा से पहरिया सडक़ का निर्माण कार्य धीमी गति से तो चल रहा हैं, सडक़ में चल रहे निर्माण क कार्य से अंदाजा लगाया जा सकता हैं कि सडक़ क ी गुणवत्ता का कितना ध्यान रखा गया हैं। सडक़ का रूका हुआ कार्य आनन-फानन में शुरू तो हो गया हैं। पोंच रसोटा के बीच एक पुल निर्माण के लिए कई महीने तक सडक़ को खोदकर कर छोड़ दिया गया था। जिसके कारण लोगों को आवागमन करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। अब ग्रामीणों का आरोप हैं कि पुल निर्माण हो रहा हैं उसमें गुणवत्ता का ध्यान नहीं दिया जा रहा हैं। घटिया निर्माण कार्य कराया जा रहा हैं। उक्त सडक़ 707.78 लाख की लागत से बनने वाले इस सडक़ की लम्बाई 12.65 किलो मीटर हैं। आठ माह पहले इस सडक़ का निर्माण कार्य शुरू किया गया हैं। मगर अब भी इसकी गति धीमी हैं। लंबे समय बाद प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना की सडक़ बनाने से क्षेत्र वासियों में उत्साह था पर ठेकेदार के गुणवत्ता विहिन निर्माण व विभाग की लापरवाही ने क्षेत्र वासियों के उम्मिदों पर पानी फेर दिया। सडक़ का चौड़ी करण मुरूम को बिना रोलिंग किए आनन-फानन में किया रहा हैं। यह कार्य भी स्तरहीन हो रहा हैं। जीएसबी को बीछाने के बाद नियमित पानी छिडक़ाव नहीं किया जा रहा हैें। जिसके कारण सडक़ की उडऩे वाली घूल से आवाजाही करने वाले लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ रहा हैं। सडक़ के स्तरहीन निर्माण कार्य से लोगों में आक्रोश हैं।












