
कोरिया जिले से लौटे 8 हाथियों के झुंड ने कटघोरा वन मंडल के केंदई परिक्षेत्र में 6 किसानों की धान की फसल को चौपट कर दी। दर्रीपारा के किसानों को भारी नुकसान हुआ है। हाथियों को खदेड़ने से ही इस क्षेत्र में फिर आए हैं। इधर कोरबा वन मंडल के कुदमुरा परिक्षेत्र में एक दंतैल हाथी के आने से ग्रामीणों में दहशत है। ग्रामीणों को जंगल की ओर नहीं जाने की हिदायत दी गई है।
पसान और केंदई क्षेत्र में 40 हाथियों का झुंड घूम रहा था। इसमें से एक झुंड कोरिया तो दूसरा मरवाही की ओर चला गया था। इससे ग्रामीणों ने राहत की सांस ली, लेकिन 8 हाथियों का झुंड फिर से केंदई परिक्षेत्र में लौट आया है। ग्रामीणों के मुताबिक दर्रीपारा के आसपास बुधवार की रात हाथी घूमते रहे। गांव में न घुसें, इसके लिए पहले से ही वन विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया था, लेकिन डर की वजह से ग्रामीण रतजगा करते रहे।
सुबह ग्रामीण जब सुबह खेत पहुंचे, तो धान की फसल को चौपट कर दिया था। वन परिक्षेत्र अधिकारी एके चौबे ने बताया कि किसानों को जो भी नुकसान हुआ है, उसका आंकलन किया जा रहा है। इसके बाद क्षतिपूर्ति मुआवजा का भुगतान किया जाएगा। कुदमुरा परिक्षेत्र में पहले से ही हाथियों का झुंड घूम रहा था, जो जंगल में ही रहता था।
हाथी गांव में न घुसें, इसके लिए पहले से ही वन अमला सक्रिय था, लेकिन एक दंतैल हाथी के आने से ग्रामीण डरे हुए हैं। दंतैल झुंड से अलग होकर गांव में घुस जाता है। इसकी वजह से गुरमा और आसपास के गांव में मुनादी करा दी गई है।












