कोरबा।पूरी दुनिया के साथ हमारा देश भी कोरोना वायरस की चपेट में है। रोज हजारो लोग मौत के आगोश में समा रहे है। लाखो की संख्या में नए संक्रमित मिल रहे है। इस समय पूरी दुनिया कोरेाना के दूसरे लहर से थर्रायी हुई है। कोरबा भी कोरोना की चपेट में है। ऐसे में अगर स्वास्थ्य विभाग सही तरीकि से काम ना करे तो क्या होगा ? निश्चित ही लोगों की स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ जाएगी। लेकिन कोरबा के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग की एक ऐसी लापरवाही सामने आई है, जिससे जानकार आप भी हैरान हो जाएगे। कोरबा के ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच झोलाछाप चिकित्सक चांदी काट रहे है। जागरूकता के आभाव में ग्रामीण भी ऐसे चिकित्सको के जाल में फंस जाते है। कई बार ऐसे मामले में मौत की खबर भी सामने आती हैं। बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग आंख मूंदे बैठा है। KNN 24 की टीम ने ग्रामीण क्षेत्रों को दौरा किया। इस दौरान ऐसे झोलाछाप चिकित्सको की भरमार मिली। एक नहीं दो नहीं बल्कि दर्जनों चिकित्सको के बारे में जानकारी मिली। झोलाछाप चिकित्सक बकायदा क्नीनिक खोलकर गांव के लोगों का ईलाज करते है। उनके क्नीनिक में सारी सुविधाएं मौजूद है। विभाग की नाकामी को दर्शाते ऐसे नजारे कोरबा की स्वास्थ्य सुविधाओं की पोल खोलते है।









