जर्जर सड़क के कारण गई ग्रामीण की जान, मांग के बाद भी बालको ने नहीं दिया ध्यान- शहजाद आलम

भारत अल्युमिनियम कंपनी लिमिटेड अंडर वेदांता ग्रुप के कार्यों में संचालित गाड़ी द्वारा आज पुनः एक ग्रामीण की रौंदकर मृत्यु कर दी गई तथा अब शहरवासियों के साथ-साथ ग्रामीणों को भी रौंदने का कार्य शुरू हो चुका है

बालको प्रबंधन द्वारा संचालित गाड़ियों से आज पुनः एक ग्रामीण की मृत्यु प्रबंधन द्वारा संचालित गाड़ि से हो गई जिनका नाम लखन कंवर पिता- उमेद सिंह निवासी जामबाहर बाल्को जिनका परिवार पूर्ण रूप से बिखर गया जिसका जिम्मेदार सिर्फ और सिर्फ बालको प्रबंधन है।

क्योंकि उनके द्वारा संचालित गाड़ियों के बारे में मैंने कई बार अपने बातों के माध्यम से कहा है कि उनकी गाड़ियां वह मौत की रफ्तार से चलती हैं उनकी स्पीड नियंत्रित की जाए परंतु आज तक प्रबंधन ने इस ओर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी नहीं अपनी गाड़ियों को आदेशित किया कि वे कम से कम रूमगड़ा मोड़ से रिद्धि मोड़ तक अपनी गाड़ियों की रफ्तार 20- 25 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलाएं।

बालको प्रबंधन ने अपने संयंत्र के अंदर तो यह नियम लगा रखा है ताकि अधिकारियों को किसी प्रकार प्रकार का कोई नुकसान तेज रफ्तार से ना पहुंचे।
सेम उसी प्रकार बंधन के अधिकारियों को यह भी ख्याल रखना चाहिए की सड़कों पर भी कोई गरीब ,कोई मजदूर, किसी के माता कोई बहन किसी का पिता किसी के बच्चे आवागमन करते हैं।

किसी के भी साथ किसी प्रकार की अनहोनी ना हो जाए इसे ख्याल में रखते हुए प्रबंधन को गाड़ियों को संचालित कर आना चाहिए परंतु वे ऐसा कभी नहीं करते।

प्रबंधन द्वारा संचालित गाड़ियों ने सड़कों का वह हाल बना रखा है जिसके लिए तो हमारे पास शब्द ही नहीं।
बाल्को क्षेत्र के समस्त वार्ड वासियों एवं ग्राम वासियों से मेरा निवेदन है कि वे अपने परिवार के सभी मेंबर्स को सकुशल देखना चाहते हैं तो सड़कों पर निकलने से पूर्ण रूप से मना कर दे भले भूख में मर जाएं कम से कम घर में इज्जत की मौत मरे सड़कों पर जाकर कुत्तो की तरह दबकर कुचलकर सड़कों पर पीस कर मरने से बचें एवं अपनों को बचाएं।
क्योंकि आप यह मान कर चलिए कि बालको प्रबंधन किसी की सुनती नहीं और वही उन्हें कोई चाहे वह शासन हो या प्रशासन कुछ कह नहीं सकता न सरकार आपकी सुनेगी ना प्रशासन आपकी सुनेगी इसलिए इस तरह की मौत से अच्छा है कि घर पर रहकर भूखे मर जाएं।

👉🏻क्या बालको प्रबंधन को नहीं चाहिए कि उस व्यक्ति के परिवार को जिसकी मृत्यु संयंत्र द्वारा संचालित गाड़ी से हुई उन्हें मुआवजा राशि दी जाए ताकि उनके परिवार जनों को समस्याओं से जूझना ना पड़े।

क्या बालको प्रबंधन को नहीं चाहिए कि वे अपनी गाड़ियों के लिए स्पीड को नियंत्रित करें

👉🏻क्या बालको प्रबंधन को नहीं चाहिए कि वह अपने द्वारा संचालित गाड़ियों को खड़ी कर रहे थे जिसकी वजह से अत्यंत दुर्घटना प्रतिदिन हो रही है पूरे सड़कों के अलावा पार्किंग की प्रॉपर व्यवस्था कर खड़ी करवाएं

👉🏻क्या बालको प्रबंधन को नहीं चाहिए कि वे सड़कों की मरम्मत कराए ताकि इस तरह की अनहोनी आगे ना हो