कोरबा जिले के जिला शिक्षा अधिकारी सतीश पांडे की निरंकुशता का लाभ जिले मे संचालित प्राइवेट स्कूल उठा रहे हैं, ऎसा कहना है वरिष्ट अधिवक्ता व दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के लीगल एंड ह्यूमन राइट्स कमेटी के सचिव सौरभ सिन्हा का। उन्होंने कहा अभी स्कूलों मे गर्मी का अवकाश प्रारम्भ है, किन्तु जिले के प्राइवेट स्कूल मनमानी करते हुए एक्टिविटी कक्षा लगा रहे हैं । बच्चे व शिक्षक जो कोरोनाकाल मे मोबाइल के अत्यधिक ईस्तेमाल से होने वाले दुष्प्रभाव से पहले से जुझ रहे है, उन्हें लगा था कुछ दिनों का आराम उनकी आंखों को मिलेगा, लेकिन निजी स्कूलों के संचालको की मनमानी चलते कक्षाओ का संचालन किया जा रहा हैं जिले के कुछ स्कूल एक्टिविटी कक्षा के लिए अलग से फ़ीस भी । जो कि गैरकानूनी है। छुट्टियों मे एक्टिविटी कक्षा का कोई प्रावधान नहीं है और न ही शासन ने ऎसा कोई आदेश ही जारी किया है। इसके बावजूद स्कूलों का इस तरह से गर्मी की छुट्टियां मे कक्षा लगाना बच्चो को मिलने वाली छुट्टियां पर ज़बरदस्ती कब्जा करने जैसा है । ये बाल अधिकारों के हनन की श्रेणी मे आता है और इसपर जिला शिक्षा अधिकारी का आंखे मूँद कर बैठना शिक्षा अधिकारी के निरंकुशता को दर्शाता है । जिला प्रशासन को चाहिए कि जब गर्मी की छुट्टियां घोषित हैं तो इस तरह के कक्षा पर तत्काल रोक लगाया जाए |
