टीकाकरण बंद, राजनीति शुरू:स्वास्थ्य मंत्री ने कहा- केंद्र की नीतियों के चलते हमारे पास वैक्सीन नहीं है

छत्तीसगढ़ में 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के लोगों का टीकाकरण पूरी तरह बंद हो गया है। टीकाकरण बंद होते ही राजनीति तेज हो गई है। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने टीकों की कमी के लिए केंद्र सरकार की नीतियों को जिम्मेदार ठहराया है। वहीं भाजपा के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने सरकार से पूछा कि जब टीके आपको खरीदने हैं तो कंपनियों को कितना एडवांस दिया।स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा, वैक्सीनेशन नहीं हो पाने का एकमात्र कारण यह है कि देश में वैक्सीन ही नहीं है। केंद्र सरकार को वैक्सीन बनाने के काम में जो तेजी पहले दिखानी चाहिए थी, वह अब जाकर शुरू हुआ है। जब महीने में 20 करोड़ वैक्सीन मिलने लगेगी तब तो इस काम में कुछ तेजी आएगी। ऐसा चला तो फिर 7 महीने के भीतर वैक्सीनेशन हो सकेगा। अभी की स्थिति में 8 से 8.5 करोड़ वैक्सीन ही देश में बन रही है।सिंहदेव ने कहा, कुछ लोग भ्रम फैला रहे हैं कि अन्त्योदय और बीपीएल वाले कम आ रहे हैं, इसलिए यह प्रभावित हो रहा है। सच यह है कि इन वर्गों से अधिक लोग आ रहे हैं। सबसे कम फ्रंटलाइन वर्कर आ रहे हैं। जितने टीके उपलब्ध हैं उसमें से सभी लग रहा है।सिंहदेव ने कहा, यहां दिक्कत केवल एक बात की है कि हमारे पास वैक्सीन नहीं है। वैक्सीन का वितरण केंद्र सरकार ने अपने हाथ में ले लिया है। ऐसा करना भी चाहिए, लेकिन जितनी वैक्सीन 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग को मिलनी चाहिए, उतनी नहीं दे रहे हैं। वे राज्य सरकारों को कुल उत्पादन का केवल 25% ही दे रहे हैं। शेष में से 25% बिजनस पर्सन को और 50% अपने पास रख रहे हैं।