तैयारियों को देखते हुए कोरबा में भी लगाया जा सकता है लाकडाऊन

knn24news/ कोरबा। महामारी कोरोना की नई स्ट्रेन ने सभी क्षेत्रों में खतरे बढ़ा दिए है। इसके नतीजे भी देखने को मिलने लगे है। शहर के साथ विभिन्न क्षेत्रों में हालात नहीं सुधरते हैं तो प्रशासन कड़े कदम उठाने को मजबूर होगा। अनेक स्थानों पर आज से बेरिकेटिंग शुरू हो गई है। इसे आगामी दिनों में संभाव्य लाकडाऊन की तैयारी के रूप में देखा जा रहा है।
होली से पहले जिला प्रशासन ने सामान्य सख्ती के तौर पर धारा 144 प्रभावशील की थी और इसके जरिये सभी क्षेत्रों में लोगों के अनावश्यक जमावड़े को थामने का प्रयास किया था। वैश्विक महामारी कोरोना के जिले में बढ़ते खतरों को भांपने के साथ इस दिशा में शुरूआती कोशिश की गई। होली के बाद आर्थिक गतिविधियों की समयसारणी परिवर्तित करने के साथ भीड़ का दबाव कम करने की तरफ काम किया गया है। इस कड़ी में व्यवसाय का समय शाम 07 बजे निर्धारित किया गया। कुछ दिनों के प्रयोग को प्रशासन ने देखा कि इसके बहुत ज्यादा नतीजे नहीं आ रहे हैं। इससे सबक लेते हुए एक बार फिर समीक्षा की गई और व्यवसाय का समय एक बार फिर कम किया गया। आज से नए नियम को प्रभावी करने के साथ दुकानदारी सुबह 06 से दोपहर 03 बजे तक हो सकेगी। मेडिकल, पेट्रोलपंप को इससे अलग रखा गया है। जबकि रेस्टोरेंट, ढाबा संचालक होम डिलीवरी की सेवा शाम 07 बजे तक दे सकेंगे। वर्तमान में कोरबा जिले में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 1200 के पार पहुंच गया है। इस स्थिति में प्रशासन को चिंता में डाल दिया है और कड़े कदम उठाने को मजबूर किया है। हर स्तर पर विचार करने और हालात की समीक्षा करने के साथ अब सख्त तेवर अपनाने की मानसिकता में प्रशासन है। दोपहर 03 बजे दुकानें बंद होने के बाद विभिन्न क्षेत्रों से लोगों की आमदरफ्त पर नजर रखने का काम सुरक्षाकर्मी करेंगे। अधिकारी भी इसकी निगरानी करेंगे। इसी उद्देश्य से एसईसीएल मार्ग , टीपी नगर सहित कई स्थानों पर बेरिकेटिंग की जा रही है। शुरूआती सख्ती के साथ इसे आगामी दिनों में लिए जाने वाले दूसरे निर्णय के तौर पर देखा जा रहा है। अटकलें लगाई जा रही है कि अगले कुछ दिनों में कोरोना के संक्रमण की स्थिति में सुधार नहीं होता है तो लाकडाऊन जैसे हालात निर्मित हो सकते हैं।

नियम पालन नहीं तो लाकडाऊन करेंगे
लोगों और व्यवसायियों से अपेक्षा की जा रही है कि वे कोविड 19 प्रोटोकाल का परिपालन करें। सोशल डिस्टेंश का ध्यान रखें। मास्क अनिवार्य रूप से लगाएं। जो समय सीमा तय की गई है, उसी में अपना काम करें और बेमतलब यहां-वहां निकलने से बचें। दिन प्रतिदिन ऐसी स्थिति की समीक्षा प्रशासन कर रहा है। अगर देखा जाएगा कि लोग नियमों के पालन के प्रति गंभीर नहीं है तो निश्चित रूप से लाकडाडन करना ही होगा।