knn24news/ इतने सालों से यहाँ के किसान इस जमीन पर खेतीबाड़ी करते आ रहे हैं, और तब प्रशासन ने कभी भी इस ओर ध्यान नहीं दिया। अब यह सवाल उठने लगा है कि आखिर ऐसी क्या वजह है कि यहां का राजस्व अमला सीमांकन के बहाने दल-बल के साथ पहुँच गया और जमीन को जेसीबी मशीन से खुदवाना शुरू कर दिया। मामला प्रकाश में आने के बाद अब अनेक संगठन आगे आ रहे हैं, और इस मामले में सीधे सरकार और स्थानीय नेताओ पर निशाना साध रहे हैं। साउथ कोरिया की कंपनी देवू को ग्राम रिस्दा में जो जमीन मिली हुई है, वो पहले शहर से कुछ दुरी पर थी मगर अब ये इलाका कोरबा नगर निगम के अधीन है। इस भूभाग पर पहले दिन विरोध के बावजूद राजस्व विभाग ने सीमांकन के बहाने खुदाई शुरू कराइ, रविवार के दिन भी यहाँ जमीन के चारों ओर जेसीबी से खुदाई की गई। राजस्व अमले द्वारा सोमवार को भी इस भूभाग पर खुदाई फिर से शुरू की गई, मगर मौके पर ग्रामीणों के साथ ही छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के लोगों ने यहाँ पर पहुंच कर विरोध जताया और काम को रुकवा दिया। क्रांति सेना के प्रदेश मंत्री दिलीप मिरी ने मिडिया से चर्चा करते हुए आशंका जताई कि यह सीमांकन नहीं बल्कि पूंजीपतियों के इशारे पर जमीन पर कब्जे का प्रयास है, उन्हें यह भी जानकारी मिली है कि किसी बड़ी कंपनी द्वारा इस जमीन पर अपना राखड़ बांध बनाने की नियत से खुदाई करवाई जा रही है।
दिलीप मिरी ने सीधे बालको वेदांता पर निशाना साधते हुए कहा कि जब वे यहाँ पहुंचे तब बालको के कुछ अधिकारी खुदाई वाले स्थल पर मौजूद थे, इससे स्पष्ट है कि इस कृत्य में बालको की भी भूमिका है, दिलीप मिरी ने इस कृत्य में स्थानीय रसूखदार जनप्रतिनिधि पर भी षड्यंत्र में शामिल होने के आरोप लगाए हैं। देवू की जमीन पर हो रही खुदाई की जानकारी मिलने के बाद इलाके के भाजपा विधायक ननकी राम कँवर भी यहाँ पहुंचे, उन्होंने भी यहाँ सीमांकन के नाम पर की जा रही खुदाई को षड्यंत्र बताया।
आखिर क्या वजह है की जिस जमीन के मालिक का कोई अता-पता नहीं है राजस्व अमला उसे सुरक्षित करने में लगा हुआ है ? यह तो कि कुछ इस प्रकार की घटना है की, एक लावारिस लाश जिसे बरसों पहले दफना दिया गया बेचारा समझकर और आज वापस से उसका पोस्टमार्टम किया जा रहा है जब पता चला इसके पास तो लाखों की संपत्ति थी – कही कब्र से निकाल हो रहा पोस्टमार्टम, अनकही वसीयत को लिखने की तैयारी तो नही













