नई दिल्ली। इण्डिया जर्नालिस्ट एसोसिएशन के राष्ट्रीय सचिव दायशंकर तिवारी ने कहा कि भारत में बेरोजगारी चरम सीमा पर है, लेकिन सत्ता पक्ष और विपक्ष इस पर गंभीर चर्चा नहीं कर रहे हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि क्यों सरकारी विभागों में लाखों रिक्त पदों पर भर्ती नहीं हो रही, जबकि संविदा और दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी रखे जा रहे हैं।
तिवारी ने यह भी कहा कि देश में राजस्व देने वाली संस्थाओं का निजीकरण किया जा रहा है, और राजनीतिक दल बच्चों को विदेश पढ़ाई के लिए भेजने के मुद्दे पर भी कोई जवाब नहीं दे रहे हैं। उन्होंने जनता की ओर से सत्ताधारियों से इन गंभीर सवालों का जवाब देने की मांग की।