knn24news/ कोरोना ने मौतों के मामले में अबतक का सारा रेकॉर्ड तोड़ दिया है। बीते 24 घंटे के दौरान कोरोना संक्रमण के चलते 6,148 लोगों ने अपनी जान गंवाई है। एक दिन में कोरोना से हुई इतनी मौतों ने एक बार फिर लोगों को परेशानी में डाल दिया है। जहां रोजाना औसतन 2500 लोगों की कोरोना से जान जा रही थी वहीं बीते दिन अचानक 6148 संक्रमितों की मौत का आंकड़ा सामने आया है. मौत के आंकड़े में एकदम इतना उछाल आने के बाद से कई सवाल उठ रहे हैं. सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या मौत का आंकड़ा छिपाया जा रहा है.
स्वास्थ्य मंत्रालय से मिले आंकड़ों के मुताबिक, भारत में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना के 94,052 नए मामले सामने आए हैं जबकि 6,148 लोगों की मौत हुई है। इस दौरान 1,51,367 लोग कोरोना संक्रमण से मुक्त भी हुए हैं। भारत में अबतक कोरोना के 2,91,83,121 पॉजिटिव मामले सामने आ चुके हैं जिनमें 11,67,952 ऐक्टिव केस हैं। अबतक 2,76,55,493 कोरोना फ्री हो चुके हैं जबकि 3,59,676 लोगों को संक्रमण के चलते अपनी जान गंवानी पड़ी है।
क्यों बढ़ गए मौत के मामले?
देश में मौत का आंकड़ा बढ़ने का संबंध दरअसल बिहार से है. बिहार में कोरोना से मौत का आंकड़ा एक दिन में ही अचानक 73 फीसदी तक बढ़ गया है. यहां सात जून तक मौत का कुल आंकड़ा 5424 था, ये अगले दिन बढ़कर 9375 हो गया. यानी की एक दिन में मौत का आंकड़ा 3951 बढ़ गया. इसी आंकड़े की वजह से देशभर में मौत का आंकड़ा भी बढ़ गया. पटना में सबसे ज्यादा 1070 अतिरिक्त मौतें जोड़ी गई हैं. वहीं बेगूसराय में 316, मुजफ्फरपुर में 314, नालंदा में 222 अतिरिक्त मौतें जोड़ी गई हैं.
प्रशासन ने वजह क्या बताई
बिहार के स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि कोरोना वायरस से संक्रमित कई मरीजों की मौत घर में आईसोलेशन के दौरान हो गई. कुछ मरीजों मौत घर से अस्पताल जाते वक्त हो गई और कई लोगों की मौत कोरोना से ठीक होने के बाद भी हुई है. स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि जांच होने के बाद ऐसे कई मामलों को जोड़ा गया है. हालांकि ये नहीं बताया गया है कि ये मौत कब हुई थी.
