एक दिसंबर से धान खरीदी शुरू होगी। 38 हजार 222 किसानों ने पंजीयन कराया है जो 49 केन्द्रों में उत्पादित धान की फसल बेचेंगे। बीते साल 32 हजार 591 किसानों ने पंजीयन कराया था। इस तरह 5631 अधिक किसानों का पंजीयन इस बार हुआ है। 2580 गठानों में 12 लाख 89 हजार 838 नग बारदाना उपलब्ध है।
दिसंबर तक 3 लाख पीडीएस से और 1 लाख बारदाना मिलना से मिलना अनुमानित है। ऐसे में उम्मीद है कि बारदानों की कमी नहीं होगी। इस साल 1 लाख 54 हजार 344 मीट्रिक टन धान खरीदी अनुमानित है। खरीदी केन्द्रो में आवश्यकतानुसार बारदानों की आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी। जिला विपणन अधिकारी जान्हवी जिल्हारे ने बताया कि जिले के सभी धान उपार्जन केन्द्रों में धान खरीदी के लिए सभी जरूरी तैयारी पूरी की जा रही है। चेकलिस्ट अनुसार उपार्जन केन्द्र स्थल का चयन, इंटरनेट व्यवस्था, अस्थायी विद्युत व्यवस्था, कम्प्युटर व जनरेटर की व्यवस्था की गई है। खरीदी केन्द्रों में कर्मचारियों की उपलब्धता पर्याप्त है। खरीदी केन्द्र में आर्द्रता मापी यंत्र का कैलिब्रेशन और कांटा बाट का सत्यापन भी करा लिया गया है। सफाई और फेंसिंग का कार्य एक सप्ताह के भीतर पूरा कर लिया जाएगा।
7 नए खरीदी केंद्र खोलने प्रस्ताव
अभी जिले में 49 उपार्जन केन्द्र हैं। 7 और नए धान खरीदी केन्द्र खोलने प्रस्ताव भेजा गया है। शासन से मंजूरी मिलने पर यहां पर भी खरीदी के पहले जरूरी व्यवस्थाएं की जाएगी। डीएमओ ने बताया कि धान खरीदी के बाद धान को सीधे मिलरों द्वारा उठाव कर कस्टम मिलिंग की जाएगी।












