रायपुर,18 जुलाई 2021। निगम मंडल की बहुप्रतीक्षित सुची जारी हुई और जैसा कि अपेक्षित था घमासान शुरु हो गया है। कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने सोशल मीडिया पर तो इन सुचियो पर सवाल उठाया ही है, अब मसला सार्वजनिक बैठकों तक आ गया है।
यह उबाल सुची में इन शब्दों के साथ आया है कि, जिन को कार्यकर्ताओं बताकर पद दिए गए हैं वे संघर्ष के साथी नहीं थे बल्कि सत्ता में आने के बाद वे चले आए और उन्हें लाभान्वित किया गया। मसला यह भी छाया हुआ है कि, प्रभावशाली ख़ेमे ने अपने चहेतों को पद बाँट दिए इससे उस कार्यकर्ता की उपेक्षा हुई जिसने पूरा संघर्ष किया पर पार्टी का साथ नहीं छोड़ा।
सूरजपुर में विंध्येश्वर शरण सिंह के नेतृत्व में पार्टी की बैठक हुई है, इस बैठक में निगम मंडल को लेकर जारी सुची पर जमकर नाराज़गी ज़ाहिर की गई। विंध्येश्वर शरण सिंह ने हालाँकि स्पष्ट किया कि इस बैठक के मायने कोई इस्तीफ़ा नहीं है लेकिन जिन्हे पद मिला है वे कौन हैं और उन्होंने क्या किया है और किनकी शह पर उन्हें पद मिला। बिंध्येश्वर शरण सिंह ने कहा