पीएम की नाराजगी: कोरोना के मामले न छिपायें राज्य सरकार, वेंटीलेटर्स का उपयोग नहीं होने पर जताई चिंता

knn24news/  देश में जारी कोरोना के कहर को देखते हुए आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उच्चस्तरीय बैठक की, जिसमें कोविड-19 की वर्तमान स्थिति और टीकाकरण अभियान को लेकर चर्चा की गई। इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी के साथ विभिन्न मंत्रालय के मंत्री और अधिकारी भी शामिल हुए. प्रधानमंत्री ने कहा, स्थानीय स्तर पर नियंत्रण के लिए रणनीति बनाया जाना जरूरी है, जहां तेजी से कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं. पीएम मोदी ने कहा, जिन जगहों पर कोरोना के अधिक मामले हैं, वहां पर आरटी-पीसीआर और रैपिड टेस्ट तेजी से किया जाना चाहिए.

पीएम मोदी ने कुछ राज्यों में वेंटिलेटर का इस्तेमाल ना होने की खबरों को गंभीरत से लिया और उस पर नाराजगी जताई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना की स्थिति पर समीक्षा बैठक में कहा, वेंटिलेटर, अन्य उपकरणों के इस्तेमाल के लिए स्वास्थ्यकर्मियों को जरूरी प्रशिक्षण देना चाहिए. प्रधानमंत्री ने बताया, मार्च की शुरुआत में हर सप्ताह करीब 50 लाख नमूनों की जांच हो रही थी, वहीं अब प्रति सप्ताह करीब 1.3 करोड़ नमूनों की जांच हो रही. पीएम ने कहा, संक्रमितों की संख्या में ज्यादा वृद्धि के बावजूद राज्यों को कोरोना के मामलों को बिना किसी दबाव के पारदर्शी तरीके से सामने लाने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए.

पीएम ने कुछ राज्यों में भंडारण में अप्रयुक्त वेंटिलेटर के बारे में कुछ रिपोर्टों को गंभीरता से लिया और निर्देश दिया कि केंद्र द्वारा प्रदान किए गए वेंटिलेटर की स्थापना और संचालन का तत्काल ऑडिट किया जाना चाहिए.