फिर पलायन को मजबूर कश्मीरी पंडित:बोरिया-बिस्तर बांध घर छोड़ते दिखे, अधिकारियों से कहा- हमें सुरक्षित जगह ले चलो

घाटी से कश्मीरी पंडित बड़े पैमाने पर पलायन की तैयारी में जुट गए हैं। अनंतनाग के मट्टन में गुरुवार को आतंकी हमलों से डरे पंडित अपना सामान लेकर बनिहाल (जम्मू) जाने की कोशिश में लग गए हैं। मिली जानकारी के मुताबिक मट्टन पंडित कॉलोनी के लोगों ने अनंतनाग कलेक्टर से बनिहाल जाने के लिए सुरक्षा की मांग की है।

इधर, अनंतनाग के वैस्सू इलाके में भी कश्मीरी पंडित पलायन करने की तैयारी में हैं। पंडितों ने बताया कि वे सामान पैक कर चुके हैं, लेकिन सुरक्षाबलों के जवान कैंप से बाहर नहीं निकलने दे रहे हैं। घाटी में लगातार हो रही वारदातों के बाद कश्मीरी पंडितों ने पलायन का अल्टीमेटम दिया था। कश्मीर में 19 दिन से पंडितों का प्रदर्शन चल रहा है।

मट्टन में रह रहे कश्मीरी पंडित रंजन जोत्शी ने बताया कि रोज हमारे भाइयों को गोली मारा जा रहा है। सरकार सुरक्षा देने में नाकाम हो गई है। उन्होंने कहा कि शुक्रवार से हम लोग पलायन शुरू करेंगे, सरकार कितनी भी कोशिश कर ले, रोक नहीं पाएगी।

एक अन्य कश्मीरी पंडित संजय कुमार भानू खराब होती सुरक्षा व्यवस्था से नाराज हैं। कॉलोनियों में कश्मीरी पंडित चीख-चीख कर कह रहे हैं- ‘मास माइग्रेशन इज द ओन्ली सॉल्यूशन’ यानी थोक में पलायन ही एकमात्र समाधान है।

संजय कहते हैं कि हमारी एक ही मांग है कि हमें जम्मू निकलने दिया जाए। जब मामला स्थिर होगा तब देखेंगे कि आगे क्या करना है। सरकार हमें बनिहाल टनल तक जाने के लिए सुरक्षा प्रदान करे। संजय ने बताया कि आज सुबह ही कश्मीरी पंडितों की 20-30 गाड़ियां जम्मू के लिए निकल चुकी हैं। अगर हालात बेहतर नहीं हुए तो पलायन और रफ्तार पकड़ेगा।