पसान : कई सालों से भोले भाले गरीब आदिवासीयों की जमीन को भूमाफिया आनंद मित्तल उर्फ नादिया केे द्वारा कब्जा कर उनके अधिकारों से वंचित कर दिया गया मामला पसान का है जहां आनंद मित्तल नादिया के द्वारा शिवकुमारी गोड ,जयपाल सिंह गोड़ ,कल्याण सिंह ,गोड़ शिव ।सभी आदिवासियों की जमीन को कब्जा करके रखा गया था।इन सभी के द्वारा राजस्व विभाग से मदद की गुहार लगाई गई एवं सीमांकन हेतु आवेदन प्रस्तुत किया गयाजिसकी जांच हेतु टीम बनीएवं गठित टीम ने पायाकि आनंद मित्तल नादिया के द्वाराइनकी कहीं भूमि पर सचमुच कब्जा करके रखा गया हैयह लोग सालों से अपने अधिकारों के लिएउसे खाली कराने के लिए कहते रहेलेकिन स्वार्थ की सिद्धि के लिए भूमाफिया के द्वारा आदिवासियों की जमीन पर कब्जा कर अपना आधिपत्य बनाए रखा ।
*ग्रामीणों से प्राप्त जानकारी के अनुसार*
ग्रामीणों ने बताया कि आनंद
मित्तल उर्फ नादिया एक स्वार्थी किस्म का इंसान हैं जिसके लिए समस्त ग्राम वासियों ने उसके खिलाफ
मुहिम छेड़ रखा है अभी हाल ही में कलेक्टर मैडम को ग्रामीणों ने आवेदन दिया जिसमें उसके खिलाफ अटल चौक चौराहे को तोड़कर नामोनिशान मिटा देने का आरोप,सर्वजनिक शासकीय कुआं को अपने कब्जे में कर के रखने का आरोप एवं लोगों को पेयजल से वंचित कर देने का आरोप, अवैध राखड का कारखाना संचालित किया जा रहा था जिसको प्रशासन ने बंद करवा दिया ,एवं गरीब आदिवासियों की जमीन को कब्जा करके रखा गया है
न्यायालय नायब तहसीलदार पसान के जारी सीमांकन ज्ञापन आदेश अनुसार गठित राजस्व निरीक्षक एवं टीम के अनुसार आनंद मित्तल द्वारा काबिज भूमि एवं पसान थाना आहता के भीतर की भूमि प्रभावित हो रही है
*आदिवासी समाज के प्रमुख ने बताया* कि आदिवासियों के साथ
लगातार अत्याचार किया जा रहा हैजिसका पूरा आदिवासी समाज विरोध करता है एवं उन्होंने बताया कि हमारे आदिवासी बहन एवंभाइयों की जमीन अगर उन्हें नहीं लौटाई तो पूरे क्षेत्र के आदिवासी गोंड समाज के लोगआंदोलन करेंगे चक्का जाम करेंगे
और स्वयं कब्जा हटाने हेतु विवश होना पड़ेगा । उन्होंने मांग करी है कि आनंद मित्तल उर्फ नादिया जैसे लोगों को जिसके खिलाफ लगातार शिकायत की जा रही है ऐसे लोगों को गांव में रहने की इजाजत नहीं होनी चाहिए
आदिवासी समाज के प्रमुख मुखिया ने बताया कि आनंद मित्तल नादिया को आदिवासी भाइयों सेमाफी मांग कर उनकी जमीन को वापस कर देना चाहिए