कोरबा कोरबा महापौर राजकिशोर प्रसाद ने कोरबा में आए दिन हो रही सडक दुर्घटना को लेकर कलेक्टर एवं एसपी को पत्र लिखा है। महापौर श्री प्रसाद ने लिखे पत्र में बताया कि जाज राताखार मार्ग पर हुई सड़क दुर्घटना में एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना से आक्रोशित व्यक्तियों ने ट्रक पर आग लगा दी। कोरबा में आए दिन सड़क दुर्घटनाओं में निर्दोष लोगों की जान जा रही है। श्री प्रसाद ने बताया उक्त राताखार चौक से नहर पूल तक सी.सी. रोड निर्माण / चौडीकरण कार्य हेतु 2.00 करोड़ की राशि मेयर इन कांसिल से पारित कर 15वें वित्त आयोग मद से कार्य कराये जाने हेतु भेजा गया था, जिसे नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग ने 23.02.2024 को स्वीकृत कर आयुक्त को प्रेषित कर दिया था। परन्तु आज पर्यन्त तक उक्त सडक निर्माण हेतु तत्कालीन आयुका ने जानबूझकर प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ायी। श्री प्रसाद ने बताया की तत्कालीन आयुक्त सुश्री प्रतिष्ठा अमगाई द्वारा उक्त कार्य को अनावश्यक एवं अनुपयोगी बताकर एम आई सी के निर्णय की अवहेलना करते हुए कार्य को निरस्त करने की अनुशंसा कर दिया गया था जो की अवैधानिक है. तत्कालीन आयुक्त के इस फरमान से क्षुब्ध होकर वार्ड पार्षद रवि चंदेल ने उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर सड़क निर्माण व चौडीकरण कराने के लिए किया था। उच्च न्यायालय को जवाब प्रस्तुत करते हुए तत्कालीन आयुक्त ने भ्रमित जानकारी देते हुए बताया कि उक्त सड़क निर्माण कराये जाने से अनेकों झुग्गी झोपडी को विस्थापित कर उचित मुआवजा देना पड़ेगा, जबकि उक्त स्थल पर ना तो झुग्गी झोपड़ी की विस्थावित करना पड रहा और ना ही किसी प्रकार के मुआवजा का प्रकरण बन रहा था। महापौर राजकिशोर प्रसाद ने बताया कि उक्त स्थल पर उस समय तत्कालीन आयुक्त द्वारा कोरबा वासियों क हित का ध्यान रखा होता तो आज जो घटना घटी है वह नहीं घटती। श्री प्रसाद ने ऐसे अधिकारियों को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि ऐसे अधिकारी अपना गुडवील बनाने तथा प्रमोशन के कारण जनहितक जनमानस की भावनाओं के साथ खेलवाड़ करने से बाज नहीं आते। श्री प्रसाद ने आगे कहा कि क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों से विचार विमर्श किए बगैर अपनी मनमानी कर देते हैं, क्योंकि उन्हें यहां से प्रमोशन लेकर अन्यत्र चले जाना है, जबकि जनप्रतिनिधियों को अपने ही क्षेत्र में ही रहकर जनता को जमान देना होता है।
महापौर श्री प्रसाद ने उक्त स्थल पर सड़क निर्माण व चौड़ीकरण के लिए उन्होंने मुख्य सचिव नगरीय प्रशासन सचिव एवं गत 12 दिसंबर को मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय को पत्राचार कर सड़क निर्माण के लिए भी कर चुके हैं।
श्री प्रसाद को पूर्व आयुक्त श्रीमती प्रतिष्ठा ममगाई ने जानकारी देते हुए बताया था कि उका सडक निर्माण के लिए मैं कलेक्टर कोरबा के संज्ञान में लायी थी, लेकिन उन्होंने उक्त सड़क की जरूरत नहीं समझी और मुझे उक्त सड़क बनाने के लिए मना किया। इस तरह पूर्व आयुक्त ने पल्ला कलेक्टर पर झाड़ दिया और मुझे भी गुमराह किया।
