 उत्तराखंड के अंकिता भंडारी मर्डर केस में अब नया खुलासा हुआ है। रिसोर्ट के एक स्टाफ मनवीर सिंह चौहान ने बताया कि अंकिता भंडारी ने उस रात रोते हुए रिजॉर्ट के शेफ को फोन किया था।चौहान ने इंडिया टुडे टीवी को बताया, ‘अंकिता ने मुझे फोन कर अपना बैग लाने को कहा, तब वह रो रही थी। उसने मुझे अपना बैग सड़क पर रखने को कहा। लेकिन जब एक स्टाफ बैग लेकर वहां पहुंचा, तो उसे अंकिता नहीं मिली।’ अंकिता को 18 सितंबर की शाम 3 बजे आखिरी बार रिसार्ट में देखा गया।
उत्तराखंड के अंकिता भंडारी मर्डर केस में अब नया खुलासा हुआ है। रिसोर्ट के एक स्टाफ मनवीर सिंह चौहान ने बताया कि अंकिता भंडारी ने उस रात रोते हुए रिजॉर्ट के शेफ को फोन किया था।चौहान ने इंडिया टुडे टीवी को बताया, ‘अंकिता ने मुझे फोन कर अपना बैग लाने को कहा, तब वह रो रही थी। उसने मुझे अपना बैग सड़क पर रखने को कहा। लेकिन जब एक स्टाफ बैग लेकर वहां पहुंचा, तो उसे अंकिता नहीं मिली।’ अंकिता को 18 सितंबर की शाम 3 बजे आखिरी बार रिसार्ट में देखा गया।
हत्याकांड में तीन आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। अंकिता का शव शव शनिवार सुबह बरामद हो गया है। इसके बाद पोस्टमार्टम भी हो गया। हालांकि, अभी तक रिपोर्ट सामने नहीं आई है। पोस्टमार्टम के दौरान अस्पताल के बाहर भारी भीड़ जमा रही। हत्या का आरोप राज्य के पूर्व मंत्री विनोद आर्य के बेटे पुलकित पर है। 19 साल की अंकिता उसके रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट थी। प्रशासन ने शुक्रवार रात को पुलकित के रिसॉर्ट को बुलडोजर चलाकर ढहा दिया। शनिवार को गुस्साए लोगों ने उसमें आग लगा दी।
इस घटना के बाद भाजपा ने शनिवार को पुलकित के पिता विनोद आर्य को पार्टी से निकाल दिया। वे भाजपा नेता और उत्तराखंड सरकार में मंत्री रह चुके हैं। आर्य भाजपा OBC मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य और UP के सह प्रभारी भी थे। पुलकित के भाई अंकित आर्य को भी उत्तराखंड OBC कल्याण आयोग के उपाध्यक्ष पद से हटा दिया गया है। उन्हें राज्य मंत्री का दर्जा मिला हुआ था। घटना से नाराज लोगों ने स्थानीय भाजपा विधायक रेणु बिष्ट की गाड़ी के कांच फोड़ दिए।
पुलिस ने FIR में दर्ज किया है कि अंकिता भंडारी अंकिता 18 सितंबर से गायब थी। इसके बाद उसके पिता ने रिसॉर्ट पहुंचकर कर्मचारियों से पूछताछ की थी। बेटी का पता नहीं चलने पर उन्होंने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। अंकिता 17 सितंबर की रात करीब 8 बजे पुलकित आर्य, उसके रिजॉर्ट मैनेजर सौरभ भास्कर और अंकित उर्फ पुलकित गुप्ता के साथ ऋषिकेश गई थी।
वापस आते समय तीनों आरोपियों ने चीला रोड के किनारे शराब पी। अंकिता उनके ड्रिंक खत्म होने का इंतजार करती रही। शराब पीने के बाद तीनों लड़की से झगड़ने लगे। हाथापाई में अंकिता ने पुलकित का मोबाइल भी नहर में फेंक दिया था। इस दौरान अंकिता ने रिसॉर्ट में अनैतिक गतिविधियों का विरोध किया था। उसने धमकी भी दी कि वह सभी को यहां चलने वाली अनैतिक गतिविधियों के बारे में बता देगी। इस बात से गुस्साए पुलकित और उसके साथियों ने लड़की को नहर में धकेल दिया।
 
			





