कोरबा जिले में एक युवक ने अपने पिता को कुल्हाड़ी से काट डाला। हत्यारा बेटा बोला पिता शादी नहीं करा रहे थे, मैं कब तक खाना बनाता। शादी नहीं कराने से परेशान होकर मैंने पिता को मार दिया। मामला बालको थाना क्षेत्र के दोंदरो गांव का है।
मिली जानकारी के मुताबिक हत्यारे बेटे का नाम अशोक केवट (30) है। उसने पिता दिलचंद केवट (55) की हत्या की है। कोरबा कोर्ट के अपर सत्र न्यायाधीश सुनील कुमार ने बुधवार को करीब 11 महीने बाद हत्यारे बेटे को उम्र कैद की सजा सुनाई है।

जानिए क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, वारदात 16 जून 2024 की रात की है। दोंदरो में में हत्यारा अशोक अपने 3 भाइयों में सबसे छोटा था। उसके 2 बड़े भाइयों की शादी हो चुकी थी। वे अपने-अपने परिवारों के साथ अलग रहते थे। अशोक और उसके पिता दिलचंद साथ में ही रहते थे।
दिलचंद खेती और मजदूरी करके घर चलाते थे, जबकि अशोक घर की साफ-सफाई और दोनों के खाने-पीने का काम संभालता था, लेकिन अशोक लंबे समय से अपनी शादी को लेकर परेशान था। वह चाहता था कि उसके पिता उसकी शादी करवाएं, लेकिन किसी न किसी वजह से बात नहीं बन पा रही थी।
कोरबा जिले में एक युवक ने अपने पिता को कुल्हाड़ी से काट डाला। हत्यारा बेटा बोला पिता शादी नहीं करा रहे थे, मैं कब तक खाना बनाता। शादी नहीं कराने से परेशान होकर मैंने पिता को मार दिया। मामला बालको थाना क्षेत्र के दोंदरो गांव का है।
मिली जानकारी के मुताबिक हत्यारे बेटे का नाम अशोक केवट (30) है। उसने पिता दिलचंद केवट (55) की हत्या की है। कोरबा कोर्ट के अपर सत्र न्यायाधीश सुनील कुमार ने बुधवार को करीब 11 महीने बाद हत्यारे बेटे को उम्र कैद की सजा सुनाई है।

जानिए क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, वारदात 16 जून 2024 की रात की है। दोंदरो में में हत्यारा अशोक अपने 3 भाइयों में सबसे छोटा था। उसके 2 बड़े भाइयों की शादी हो चुकी थी। वे अपने-अपने परिवारों के साथ अलग रहते थे। अशोक और उसके पिता दिलचंद साथ में ही रहते थे।
दिलचंद खेती और मजदूरी करके घर चलाते थे, जबकि अशोक घर की साफ-सफाई और दोनों के खाने-पीने का काम संभालता था, लेकिन अशोक लंबे समय से अपनी शादी को लेकर परेशान था। वह चाहता था कि उसके पिता उसकी शादी करवाएं, लेकिन किसी न किसी वजह से बात नहीं बन पा रही थी।
