कोरबा/पोड़ी उपरोड़ा:  एक व्याख्याता ने तो अनुपस्थिति का ऐसा खेल खेला कि कलेक्टर भी दंग रह गए! जी हां, भरतलाल कुर्रे, जो 14 महीनों से स्कूल में मौजूद नहीं थे, ने अपने वेतन के लिए ऐसा तरीका निकाला कि सबको हंसी आ गई।

मामला कुछ यूं है कि पाली हाईस्कूल में पढ़ाने वाले भरतलाल जी ने मई 2023 से जून 2024 तक बिना किसी उपस्थिति के अपना वेतन निकाल लिया। सुनने में तो ये लगता है जैसे वेतन का कोई जादूगर हैं, जो बिना काम किए भी रुपये उड़ा रहे हैं।

इस फिजूलखर्ची की शिकायत जिला कांग्रेस कमेटी के ब्लाक अध्यक्ष बबलू मारूवा ने की थी, जो मानो ‘आम आदमी’ की तरह स्कूल में शिक्षक की हाजिरी चेक करने निकले थे। कलेक्टर के निर्देश पर जब जांच हुई तो पता चला कि महाशय ने पूरे 14 महीने ‘जादू’ करके वेतन हासिल किया!

अब कलेक्टर ने आदेश दिया है कि इनकी तनख्वाह से राशि समान मासिक किश्तों में वसूली की जाएगी। यानि, भरतलाल जी को अब अपनी ‘वेतन जादूगरी’ का जवाब देना होगा!

विभाग पर सवाल उठने लगे हैं कि जिनकी जिम्मेदारी ही अनियमितताओं को रोकना है, वे ऐसे शिक्षक को बीआरसी की जिम्मेदारी कैसे सौंप रहे हैं। शायद उनके लिए यह ‘शिक्षा’ देने का एक नया तरीका हो गया है!

खैर, उम्मीद है कि भरतलाल जी अपनी कला में सुधार करेंगे और अगली बार ‘कला’ करते वक्त उपस्थिति को भी ध्यान में रखेंगे!