22 करोड़ का दर्री बराज समानांतर पुल:दो करोड़ की पेनाल्टी भी माफ, निर्माण की अवधि छठवीं बार बढ़ाई,

हसदेव दर्री बराज के नीचे 22 करोड़ की लागत से बन रहा समानांतर पुल का निर्माण पांच साल बाद भी पूर्ण नहीं हो पाया है। अब ठेका कंपनी को एक महीने का फिर से एक्सटेंशन दे दिया गया है। पहले ‌भी 5 बार अवधि बढ़ाई गई थी। यही नहीं लागत राशि का 6 प्रतिशत दो करोड़ रुपए की पेनाल्टी भी माफ कर दी गई है। विभाग ने दावा किया है कि किसी भी हालत में मार्च 2022 तक पुल से आवाजाही शुरू हो जाएगी।

अगर समय पर काम होता तो पुल का निर्माण वर्ष 2018 में ही पूर्ण हो जाता। पश्चिम क्षेत्र की आवाजाही आसान हो जाती। हसदेव दर्री बराज पुल 56 साल पुराना है। यह पुल ही पश्चिम क्षेत्र को जोड़ती है। भारी वाहनों की आवाजाही की वजह से पुल की हालत कमजोर हो गई है। इसी वजह से वर्ष 2015 में शासन ने समानांतर पुल बनाने के लिए 24 करोड़ की मंजूरी दी थी।

निर्माण एजेंसी पीडब्ल्यूडी सेतु निगम को बनाया गया है। इसका ठेका रायपुर के जीजी कंस्ट्रक्शन को 22 करोड़ में दिया गया है। वर्ष 2016 में काम शुरू होने के बाद भी अब तक पूर्ण नहीं हो पाया। इसका मुख्य कारण बीच में काम बंद होना है। ठेका कंपनी को 6 प्रतिशत की पेनाल्टी भी लगाई गई थी।

इसके बाद काम शुरू हुआ। लेकिन लॉकडाउन की वजह से दो साल में गर्मी के समय काम बंद रहा। पहले दिसंबर 2021 तक काम पूर्ण करने की अवधि निर्धारित की गई थी। दो महीने बढ़ाकर फरवरी 2022 तय की गई है। अब फिर से 1 महीने का एक्सटेंशन देते हुए मार्च कर दी गई है । यही नहीं शासन ठेका कंपनी पर इतना मेहरबान है कि पेनाल्टी राशि भी माफ कर दी गई।