नायका ने आज शेयर बाजार में धमाकेदार एंट्री मारी। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर नायका के शेयर में 89% की बढ़ोतरी हुई और दिन के कारोबार में इसने 2248 रुपए का हाई बनाया। नायका की वैल्युएशन करीब 1 लाख करोड़ पहुंच गई है। इसी के साथ नायका की फाउंडर फाल्गुनी नायर भारत की सबसे अमीर सेल्फ मेड महिला बन गईं। उनके पास कंपनी के करीब 50% शेयर हैं।
ब्लूमबर्ग के मुताबिक, फाल्गुनी की नेट वर्थ बढ़कर 6.5 बिलियन डॉलर यानी करीब 49 हजार करोड़ रुपए हो गई है। फाल्गुनी की सफलता की कहानी इसलिए भी खास है क्योंकि उन्होंने उस उम्र में नायका की शुरुआत की थी, जब लोग रिटायरमेंट की प्लानिंग करते हैं। हम यहां फाल्गुनी नायर और उनके बहाने नायका की सफलता की कहानी पेश कर रहे हैं…
49 की उम्र में आया नायका का आइडिया
IIM अहमदाबाद से पढ़ाई करने के बाद फाल्गुनी नायर कोटक महिंद्रा कैपिटल में नौकरी करने लगीं। मेहनत के दम पर 2005 में उन्हें अपने डिवीजन का मैनेजिंग डायरेक्टर बना दिया गया। एक अच्छी जॉब, पति और दो बच्चों के साथ उनकी जिंदगी सीधे रास्ते पर चल रही थी। बाहर से देखने पर भले सब कुछ शांत था, लेकिन उनके मन में उथल-पुथल मची हुई थी।
एक दिन उनकी बेटी अद्वैता ने उन्हें सीवी कवाफी की कविता ‘इथाका’ सुनाई। इससे फाल्गुनी इतनी प्रभावित हुईं कि नौकरी छोड़कर अपनी कंपनी शुरू करने का फैसला कर लिया। इस वक्त फाल्गुनी 49 साल की थीं।