
जयपुर। राजस्थान के भरतपुर में 14 साल के किशोर के साथ कुकर्म करने वाले भ्रष्टाचार निवारण कोर्ट (एसीबी) के विशेष न्यायाधीश जितेंद्र गुलिया और उसकी कोर्ट के दो क्लर्क अंशुल और राहुल के भय से पीड़ित परिवार ने घर छोड़ दिया है। किशोर और उसकी मां भरतपुर से आगरा चले गए। पुलिस उप अधीक्षक सतीश वर्मा किशोर के बयान लेने के लिए पहुंचे तो घर पर कोई नहीं मिला। किशोर की मां के मोबाइल फोन की लोकेशन तलाशी गई तो पता चला कि वह आगरा चले गए हैं। अब भरतपुर पुलिस की टीम उन्हे तलाशने के लिए आगरा गई है।
इसी बीच किशोर की मां ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर सुरक्षा मांगी है। पत्र में शहर के मथुरा गेट पुलिस थाना अधिकारी रामनाथ पर धमकाने का आरोप लगाया है। किशोर की मां ने कहा कि न्यायाधीश के साथ समझौता करने को लेकर दबाव बनाने वाले एसीबी के उप अधीक्षक परमेश्वर लाल का नाम एफआईआर में दर्ज नहीं किया गया। जबकि मैंने गुलिया, अंशुल और राहुल के साथ परमेश्वर लाल का नाम भी लिखा था।












