पतियों ने किया अपनी जिंदा पत्नियों का पिंडदान, वजह जानकर उड़ जाएंगे होश

मुंबई। इन दिनों पितृपक्ष और श्राद्ध का महीना चल रहा है, जहां लोग अपने मृत परिजनों का पिंडदान करते हैं। पितरों का पिंडदान इसलिए किया जाता है, ताकि उनकी पिंड की मोह माया छूटे और वो आगे की यात्रा प्रारंभ कर सके। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग अपने पितृों का तर्पण करने के लिए गया भी जाते है। इससे मृत पितृ की आत्म को शांती मिलती है। साथ ही परिजानों पिंड को छोड़ने जाते है, जिससे उनकी आत्मा को शांति मिले साथ ही परिजनों को वे सताए न। इसलिए तर्पण बहुत जरूरी होता है। लेकिन पिंडदान सिर्फ मृत लोगों का होता है न कि जिंदा व्यक्तियों का। लेकिन हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे।

जिंदा पत्नियों का किया पिंडदान

पिंडदान करने वाले पतियों का मानना है की महिलाएं अपनी आजादी का फायदा उठाकर उनका शोषण करती है, लेकिन उनके आगे पुरुषों की सुनवाई नहीं होती है। अपनी पत्नियों के साथ उनका रिश्ता एक तरह से मर गया है, इसलिए पितृपक्ष के मौके पर ये पिंडदान किया गया है, ताकि बुरी यादों से उन्हें छुटकारा मिल सके। ये सभी लोग अपनी पत्नियों के उत्पीड़न से परेशान थे। इनमें से ज्यादातर ऐसे लोग हैं, जिनका या तो तलाक हो चुका है या फिर वो अपनी पत्नी को छोड़ चुके है। मगर उनकी बुरी यादें अभी भी उन्हें परेशान कर रही है। इन्ही बुरी यादों से मुक्ति के लिए ये आयोजन किया गया है। गौरतलब, है कि हर साल वास्तव फाउंडेशन इस तरह का आयोजन अलग अलग शहरों में करवाता है।