कोरबा.कटघोरा वनमंडल के अंतर्गत विभिन्न योजनाओं में काम करने के बाद विगत लगभग 2 वर्ष से मजदूरी के लिए भटक रहे मजदूरों ने घोषणा अनुसार वन मंडल कार्यालय का घेराव कर दिया है। वन मंडल परिसर के भीतर ग्रामीण बैनर-तख्ती लेकर बैठे हुए हैं तथा नारेबाजी कर रहे हैं। इनके आंदोलन को भाजपा ने समर्थन दिया है। एहतियातन वन मंडल कार्यालय के आसपास पुलिस अधिकारी और जवान तैनात हैं।

बता दें कि कटघोरा वनमंडल निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार के साथ-साथ मजदूरों के फर्जी भुगतान के मामले में काफी सुर्खियां बटोरता आया है। मजदूरों की भुगतान संबंधित शिकायत आज तक दूर नहीं हो सकी है वहीं अनेक ठेकेदार और सप्लायर भी अपने भुगतान के लिए दफ्तर के साथ-साथ न्यायालय के भी चक्कर काट रहे हैं लेकिन वन मंडल के अधिकारियों के द्वारा इस पर संज्ञान नहीं लिया जा रहा है। दूसरी तरफ कई ऐसे रेंजर, डिप्टी रेंजर भी हैं जो लाखों-करोड़ों का गबन कर के बैठे हैं लेकिन इन पर रिकवरी के साथ-साथ एफआईआर की कार्यवाही करने में हाथ कांप रहे हैं। डीएफओ और एसडीओ के द्वारा इन्हें बचाने के लिए फाइलों में इनके पक्ष में टिप्पणी करने के साथ उच्च अधिकारियों को प्रेषित कर दिया गया है और ऊपर स्तर पर फाइल दबा कर रखी गई है जिसके कारण करोड़ों रुपए के गबनकर्ताओं को संरक्षण मिल रहा है और उनके हौसले बुलंद हैं। वर्तमान डीएफओ श्रीमती प्रेमलता यादव भी पेड़ कटाई के मामले में तमाम तरह के आरोपों से घिरी हुई हैं।

