जशपुर जिले के रहने वाले जागेश्वर यादव को भारत सरकार ने पद्मश्री सम्मान देने का ऐलान किया है। बिरहोर आदिवासियों के उत्थान के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले जागेश्वर यादव को दिल्ली में आयोजित समारोह में पद्मश्री से सम्मानित किया जाएगा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू इन्हें सम्मानित करेंगी।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जागेश्वर यादव को फोन पर बधाई भी दी है। देश की कुल 34 हस्तियों को ये अवॉर्ड दिया गया है। इससे पहले 23 जनवरी को बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने का ऐलान भी किया गया।
जागेश्वर यादव को बिरहोर के भाई के नाम से जाना जाता है
जागेश्वर यादव जशपुर में आदिवासी कल्याण के लिए काम करने वाले एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं। इन्होंने आदिवासियों के उत्थान के लिए अपनी जिंदगी समर्पित कर दी। हाशिए पर पड़े समाज के लोगों की सेवा का जिम्मा उठाया। बिरहोर औ
उन्होंने जशपुर में एक आश्रम की स्थापना की, जहां यह आदिवासी समुदाय की निरक्षरता को खत्म करने और उन्हें स्वास्थ्य सेवाओं में सुविधा देने के लिए काम करते हैं। महामारी के दौरान टीकाकरण की सुविधा पहुंचाई, शिशु मृत्यु दर कम करने के लिए जागरूकता अभियान चलाए। खुद की आर्थिक तंगी होने के बावजूद यह सामाजिक परिवर्तन लाने के काम को करते रहे, जागेश्वर को बिरहोर के भाई के नाम से भी क्षेत्र में जाना जाता है।
जागेश्वर यादव को शहीद वीर नारायण सिंह सम्मान भी मिल चुका है
जागेश्वर यादव को आदिवासियों के उत्थान के लिए समर्पित भाव से काम करने के लिए छत्तीसगढ़ शासन द्वारा शहीद वीर नारायण सिंह सम्मान भी दिया जा चुका है। उन्होंने बिरहोर और पहाड़ी कोरवाओं के लिए जशपुर में आश्रम की स्थापना की।
र पहाड़ी कोरवा जैसी जनजातियों के लिए इन्होंने काम किया ।









