तोखन साहू ने लोकसभा की दहलीज पर टेका माथा:पंच से सरपंच, विधायक और फिर बने सांसद, पढ़िए डिंडोरी से दिल्ली तक का सफर

तोखन साहू ने जब पहली बाद लोकसभा की दहलीज पर कदम रखा तो वहां पर प्रवेश द्वार की सीढ़ियों को दंडवत प्रणाम किया।बिलासपुर लोकसभा सीट से नवनिर्वाचित सांसद तोखन साहू ने जब पहली बाद लोकसभा की दहलीज पर कदम रखा तो वहां पर प्रवेश द्वार की सीढ़ियों को दंडवत प्रणाम किया। तोखन साहू अन्य सांसदों की उपस्थिति में लोकसभा के सदन में पहुंचने से पहले प्रणाम करते हुए नजर आ रहे हैं।

तोखन साहू एक बेहद साधारण किसान परिवार से आते हैं, जो कि वर्ष 2013 में पहली बार लोरमी विधानसभा सीट से विधायक निर्वाचित हुए थे। रमन सिंह सरकार में तोखन साहू को संसदीय सचिव भी बनाया गया था। इस बार 2024 के लोकसभा चुनाव में तोखन साहू ने कांग्रेस प्रत्याशी देवेंद्र यादव को लगभग 1 लाख 64 हजार से भी अधिक वोटों के अंतर से हराया है।

सांसद तोखन साहू का सियासी सफर

बिलासपुर लोकसभा सीट से भाजपा ने लोरमी के पूर्व विधायक तोखन साहू को अपना उम्मीदवार बनाया था। तोखन साहू ने इस सीट से ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। लोरमी के छोटे से गांव सूरजपुरा से 1994 में पंच पद से अपने राजनैतिक जीवन की शुरुआत की। तोखन साहू क्षेत्र में काफी लोकप्रिय जनप्रतिनिधि के तौर पर जाने जाते हैं।

तोखन साहू ने जब पहली बाद लोकसभा की दहलीज पर कदम रखा तो वहां पर प्रवेश द्वार की सीढ़ियों को दंडवत प्रणाम किया।
तोखन साहू ने जब पहली बाद लोकसभा की दहलीज पर कदम रखा तो वहां पर प्रवेश द्वार की सीढ़ियों को दंडवत प्रणाम किया।

2013 में लोरमी विधानसभा सीट से विधायक निर्वाचित

तोखन पंच से सरपंच, फिर जनपद सदस्य उसके बाद वर्ष 2013 में लोरमी विधानसभा सीट से विधायक निर्वाचित हुए थे। वर्ष 2015 में विधायक रहते हुए उन्हें रमन सिंह के कार्यकाल में संसदीय सचिव का पद भी दिया गया था। वहीं कुछ ही कुछ माह पहले तोखन साहू को छत्तीसगढ़ भाजपा के किसान मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष भी बनाया गया है।