दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर जोन के अंतर्गत रेलवे की आरटीएस कालोनी में रेल प्रशासन द्वारा एकाएक बैरिकेड लगवा देने से सेंट्रल स्कूल के सामने रोज जाम लगना शुरू हो गया है। इससे आमजन सहित सर्वाधिक परेशानी रेलवे कर्मचारी और उनके परिजनों को हो रही है। उन्हें लंबी दूरी तय कर बाजार, स्कूल, अस्पताल, दुकान जाना पड़ रहा है।

सबसे बड़ी समस्या यह हो गई है कि बैरिकेड लगा देने के कारण आरटीएस कालोनी में रात में पुलिस गश्त बंद हो गई है। लोगों का कहना है कि आपात स्थिति में यदि एम्बुलेंस या फायर बिग्रेड को बाहर से बुलाने की जरूरत पड़ी, तो ये वाहन अंदर नहीं आ पाएंगे।

सेंट्रल स्कूल के सामने जाम से सब परेशान

रेलवे स्थित सेंट्रल स्कूल के स्टूडेंट्स की छुट्टी दोपहर 1:40 को होती है। बच्चों को साथ ले जाने के लिए उनके अभिभावक बस, कार, रिक्शा, ऑटो आदि से वहां पहुंचते हैं और मुख्य मार्ग पर इतनी जगह न होने से अधिकांश लोग मुख्य मार्ग से लगे आरटीएस कॉलोनी की गलियों में इंतजार करते थे। लेकिन वहां बैरिकेड लगा देने के कारण एक तरह से बाहर के लोगों का आवागमन बंद हो गया है।

लोग अब सेंट्रल स्कूल मार्ग पर ही अपने वाहनों के साथ बच्चों की प्रतीक्षा करते हैं , जिस वजह से स्कूल लगने और छूटने के समय यहां बुरी तरह जाम लग रहा है। बेरिकेड लगाने से न केवल सेंट्रल स्कूल के बच्चे प्रभावित हो रहे हैं बल्कि गुरु नानक चौक से रेलवे क्षेत्र और रेलवे क्षेत्र से गुरु नानक चौक की ओर आने वाले आमजन भी परेशान हैं।

कई सड़कों पर नाकेबंदी

आरटीएस कालोनी की रोड बंद करने का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भारत माता स्कूल के बाजू की सड़क पर अचानक नाकेबंदी कर दी गई। जनप्रतिनिधियों और प्रशासन के विरोध के बाद एक दिन के लिए इसे खोला गया लेकिन अब इसे फिर से बंद कर दिया गया है।

इसी प्रकार कंस्ट्रक्शन कॉलोनी, एनए कॉलोनी एवं वायरलेस कॉलोनी रोड को बाहरी वाहनों की आवाजाही के लिए बैरिकेड लगाकर बंद कर दिया गया है।

भाजपा नेता ने किया विरोध

पूर्व पार्षद और भारतीय जनता पार्टी के नेता वी रामा राव ने आरोप लगाया कि रेलवे के अधिकारी अपने एक अलग साम्राज्य की परिकल्पना रखते हैं, तभी तो अक्सर रेल अधिकारी अपने क्षेत्र में गैर रेलवे के लोगों के प्रवेश को बर्दाश्त नहीं कर पाते।

उन्होंने कहा कि सालों से रेलवे कालोनी की सड़कों से आमजन का आवागमन हो रहा है, लेकिन कभी भी लोगों को परेशान करने के लिए बैरिकेडिंग कर दी जाती है। विरोध होने पर तारबाहर की रोड को भी पूर्व में उन्हें खोलना पड़ा था।